पिपराही शिवहर , विद्यालय एक मंदिर के समान होता है और शिक्षक पुजारी। लेकिन, देखरेख के अभाव में सरकार के शिक्षा पर लाख खर्चों के बावजूद पिपराही प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय मेसौढा (पिपराही) का असली पहचान कराते हैं, जहाँ खंडहर एवं गंदगी ही गंदगी है।
शिवहर जिला से सटे 13 से 14 किलोमीटर दूर राजकीय मध्य विद्यालय मेसौढ़ा में न गेट का पता है न ही खिड़की का। यहाँ तो खिड़की गेट बन चूका है जिससे बच्चे गेट से नहीं बल्कि खिड़की से निकलते है और जाते हैं। लोग बकरी विद्यालय में बांधते हैं और शौचालय का बात ही क्या करना।
एक तरफ केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से हर जिले में, हर पंचायत में एवं हर घर में शौचालय हो ऐसा् प्रयास किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर राजकीय मध्य विद्यालय में जहां शौचालय तो दूर विद्यालय में सफाई नहीं है। शौचालय का कहना ही क्या, पूरे विद्यालय में गन्दगी फैला हुआ है।
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लोगों का कहना है कि पंचायत से लेकर जिला प्रशासन चुप है। विद्यालय में न ही पढाई की कोई व्यवस्था है न ही रख रखाव की। ऐसी व्यवस्था को लेकर विद्यालय के शिक्षक को कड़ी से कड़ी फटकार और विद्यालय को सुचारु रुप से चलाने का प्रयास होना चाहिए क्योंकि, आज का बच्चा देश का भविष्य है।
शिवहर से मोहम्मद हसनैन