टीएमसी और बीजेपी के बीच चल रही सियासी खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है। जुबानी जंग के साथ-साथ अब कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की घटनाएं इस तल्खी को और बढ़ा रही है। पश्चिम बंगाल फतह के अपने मिशन को पूरा करने के लिए बीजेपी तमाम कोशिशें कर रही हैं तो वहीं टीएमसी बीजेपी को रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल कर रही है।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के साथ देश की सियासत भी गरमाना शुरू हो गई है। टीएमसी और बीजेपी के बीच चल रही खींचतान अब सड़क पर कार्यकर्ताओं के हंगामे के तौर पर भी दिखने लगी हैं। बयानबाजी के बाद आगे रहने की होड़ अब हिंसक होने लगी है। कोलकाता में बीजेपी के रोड शो के दौरान पथराव की घटना सामने आई है। इस रोड शो में केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और टीएमसी ने नाता तोड़कर बीजेपी के साथ आए शुभेंदु अधिकारी मौजूद थे।
वहीं इस प्रकरण के पीछे बीजेपी नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है। खबरों के मुताबिक इस घटना के दौरान दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई। इस दौरान टीएमसी की महिला विंग ने बीजेपी नेताओं के काफिले को काले झंडे भी दिखाए गए।
वहीं ऐसा पहली बार नहीं है कि चुनावी माहौल में पथराव की घटना हुई हो। इससे पहले पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर भी पथराव की घटना सामने आई थी। जिसमें बंगाल के बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय समेत पार्टी के कुछ नेता जख्मी हो गए थे।