पुलिस थाना परिसर में एक महिला की आत्महत्या की घटना इस परिदृश्य में ना सिर्फ़ लापरवाही और कोताही को उजागर करती है बल्कि सम्बद्ध परिजनों व पीड़ितों के साथ एक भद्दा मज़ाक़ भी है। ऐसी घटनाएँ पुलिस के कामकाज पर सवालिया निशान तो लगती ही हैं, साथ ही पुलिस और जनता के बीच भरोसे को कम करने का काम भी करती है।
Read More »