टीम इंडिया ने इंगलैंड को 5 टेस्ट मैचों की सीरिज में अच्छे से धूल चटा दिया है। पांचवें और आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड को इनिंग और 64 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। आपको बता दें कि टीम इंडिया ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज को 4-1 से जीत लिया है।
अपनी पहली पारी में 259 रनों से पीछे होने के बाद दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम 195 रनों पर ऑलआउट हो गई। इंग्लैंड की दूसरी पारी में भी किसी खिलाड़ियों का प्रदर्शन खास नहीं रहा, बस रूट थोड़ा बहुत मैदान पर संघर्ष करते नजर आए। इसके अलावा इंग्लैंड के अन्य बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के सामने बेबस और लाचार नजर आए।
क्रिकेट जानकारों के मुताबिक इंग्लैंड टीम की बैजबॉल रणनीति बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई। अब हम आपको ये भी बता देते हैं कि बैजबॉल रणनीति है क्या?
एशेज सीरीज में इंग्लैंड को मिली करारी हार के बाद जो रूट को हटाकर बेन स्टोक्स को कप्तान बना दिया गया इसके साथ न्यूजीलैंड के पूर्व तूफानी बल्लेबाज ब्रैंडन मैक्कुलम को मुख्य कोच भी बनाया गया। मैक्कुलम ने कोच बनने के बाद टीम के खेलने के तौर तरीकों में बड़ा बदलाव करते हुए आक्रामक बल्लेबाजी के जरिए विपक्षी टीम पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाई। आक्रामक बल्लेबाजी की इसी रणनीति को ‘बैजबॉल’ रणनीति कहा जाता है। आमतौर पर टेस्ट क्रिकेट को लेकर जो अवधारणाएं बनी हैं उसके मुताबिक टेस्ट मैचों में बल्लेबाज डिफेंसिव होते हुए बल्लेबाजी करता है लेकिन मैक्कुलम की कोचिंग में इंग्लैंड की टीम ने टेस्ट फॉर्मेट में भी तेजी से रन बनाना और आक्रामक अंदाज में खेलना शुरू किया।
हम आपको बता दें कि मैक्कुलम भी अपने समय में जब क्रिकेट खेलते थे तो वो अपने आक्रामक अंदाज के लिए ही जाने जाते थे। उन दिनों उनका निकनेम ‘बैज’ था। इसी बैज के साथ ‘बॉल’ को जोड़ते हुए इंग्लैंड टीम ने ‘BazBall’ शब्द निकाला. यानी ‘बैजबॉल’ का मतलब मैक्कुलम का निकनेम और उनके खेलने के अंदाज से है।
क्या फायदे हुए बैजबॉल तकनीक के
‘बैजबॉल’ रणनीति इंग्लैंड के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हुई है. बेन स्टोक्स के कप्तान बनने और ब्रैंडन मैकुलम के मुख्य कोच बनने के बाद इंग्लैंड ने 13 टेस्ट मैचों में से 11 में जीत दर्ज की है. इस दौरान टीम ने करीब 5 रन प्रति ओवर की औसत से बल्लेबाजी की है.
लेकिन इस सीरीज में इंग्लैंड की बैजबॉल रणनीति बुरी तरह से फ्लाप हुई। इंग्लैंड के लिए दूसरी पारी में जो रूट ने सबसे ज्यादा रन बनाए. उन्होंने 84 रनों की अच्छी इनिंग खेली. लेकिन अंग्रेजों का टॉप ऑर्डर फिर बुरी तरह फ्लॉप रहा. ओपनर जैक क्राउली बिना कोई रन बनाए रवि अश्विन की गेंद पर आउट हुए. बेन डकैट 2 रन बनाकर चलते बने. ओली पोप 19 रन बनाकर पवैलियन का रूख कर गए. हालांकि, जॉनी बेयरस्टो ने 39 रनों की छोटी लेकिन अच्छी पारी खेली. अंग्रेज कप्तान बेन स्टोक्स 2 रन बनाकर आउट हुए. बेन फोक्स फिर रवि अश्विन की गेंद पर सस्ते में बोल्ड हो गए.
रवि अश्विन 100वें टेस्ट में चमके
भारत के लिए रवि अश्विन दूसरी पारी में सबसे कामयाब गेंदबाज रहे. रवि अश्विन ने 5 बल्लेबाजों को आउट किया. जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव को 2-2 कामयाबी मिली. रवीन्द्र जडेजा ने शोएब बशीर को आउट किया.
पहले टेस्ट में हार के बाद जबरदस्त पलटवार
इस तरह भारत ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज 4-1 से जीत लिया है.
भारतीय टीम ने पहली इनिंग में 477 रनों का स्कोर बनाया। इस तरह भारत को 259 रनों की बड़ी लीड मिली थी. भारत के लिए रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने शतक जड़ा. रोहित शर्मा ने 103 रन बनाए. जबकि शुभमन गिल ने 110 रनों का योगदान दिया।