उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आस्था के सबसे बड़े मेले कुंभ मेले का आगाज हो चुका है। 15 जनवरी से प्रयागराज की धरती पर धर्म के विश्व विधालय के आरंभ होने की घोषणा भी हो चुकी है। देशभर से हिन्दु धर्म के साधू-सन्यासी पहले शाही स्नान के लिए पहुच चुके हैं।
सभी 14 अखाड़ों को संन्यासी, बैरागी और उदासीन भागों में बांटा गया है। सबसे पहले संन्यासी के तहत आने वाले अखाड़ों का नंबर है। फिर बैरागी और अंत में उदासीन के अंतर्गत आने वाले अखाड़ों के संत स्नान करेंगे। मकर संक्रांति के साथ शुरू हुआ कुंभ 4 मार्च महाशिवरात्रि तक चलेगा।
सभी अखाड़ा संगम घाट पर शाही स्नान के लिए सुबह से ही शाही अंदाज में पहुंच रहे हैं। जूना अखाड़े के साथ पहली बार किन्नर अखाड़ा भी शाही स्नान में शामिल हुआ है। वहीं, करोड़ों श्रद्धालुओं के बीच बड़ी हस्तियों भी पहुंच रही हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कुंभ में डुबकी लगाई। ट्विटर पर अपनी फोटो शेयर कर उन्होंने लिखा, ‘हर हर गंगे।
‘ परंपरा के मुताबिक, सुबह 6.15 बजे सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा ने शाही स्नान किया। इसके बाद अटल अखाड़े के महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत व श्रीमहंत ने शाही स्नान किया। दोपहर 3.40 बजे तक सभी अखाड़े के साधु-संत शाही स्नान करेंगे। सबसे आखिर में निर्मल अखाड़े के संत स्नान करेंगे।