पिछले करीब दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का आंदोलन अब सड़क के साथ संसद में भी असर दिखा रहा है। आज राज्यसभा में किसानों के मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन के अंदर हंगामा करना शुरू कर दिया। जिसके कुछ समय बाद ही आम आदमी पार्टी के तीन सांसदों को निलंबित कर दिया गया। आप के सांसद किसान आंदोलन के मुद्दे को लेकर हंगामा कर रहे थे और इस दौरान वो वेल तक पहुंच गए। सभापति ने आप सांसदों के नारेबाजी और हंगामे को देखते हुए उन्हें सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया। इसके अलावा आप सांसदों को मार्शलों को बुलाकर सदन से बाहर कर दिया गया। तीनों सांसदों को सदन की कार्यवाही से दिनभर के लिए निलंबित किया गया है।
वहीं इससे पहले भी तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन को लेकर उच्च सदन में हंगामा हुआ था और राज्यसभा की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर सभापति वेंकैया नायडू ने AAP के तीन सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को सदन से निलंबित कर दिया। इसके बाद भी सांसदों ने सहयोग ना करते हुए सदन से बाहर जाने से इनकार कर दिया तो मार्शल को बुलाकर तीनों सांसदों को सदन से बाहर किया गया।
वहीं इस मामले में राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि जब मुद्दे पर चर्चा का वक्त है तो यहां नारेबाजी क्यों हो रही है। नायडू ने कहा कि ये तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
वहीं सदन से बाहर आने के बाद संजय सिंह ने कहा कि हम मुद्दे पर अपनी बात रखना चाहते थे, क्योंकि वार्ता के जरिए गतिरोध का समाधान नहीं निकल रहा है इसलिए हम चाहते हैं कि कानूनों को वापस लिया जाए।
वहीं इससे पहले कई विपक्षी दलों ने किसानों आंदोलन के मुद्दे को लेकर कार्यवाही को स्थगित करने का प्रस्ताव रखा था। कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने किसान आंदोलन के मुद्दे को लेकर स्थगन की कार्यवाही स्थगित करने का नोटिस पेश किया। इस प्रस्ताव के समर्थन में बीएसपी, सीपीआई, टीएमसी, डीएमके, सीपीआई-एम भी खड़े हुए थे।