कनाडा लिब्रल पार्टी के नेता ट्रुडो ने दिया पी एम पद से इस्तीफा।
कंजर्वेटिव पार्टी के 10 साल की सत्ता के बाद 2015 मैं ट्रुडो सत्ता में आय थे। और यूथ में एक अच्छी पकड़ बनाई थी।
रिपोर्ट की माने तो बीते सोमवार 6 jaunaury को ट्रुडो ने अपने पार्टी नेता और पी एम के पद से इस्तीफा दे दिया। और कहा कि, “वे आने वाले चुनाव के लिए एक अच्छा विकल्प नहीं हैं।”
कनाडा न्यूज सीबीसी की एक रिपोर्ट की माने तो, ट्रुडो ने इस्तीफा देते समय एक स्टेटमेंट दिया कि ” अगर मैं घर में ही लड़ाई लड़ूंगा, तो एक अच्छा विकल्प कैसे बनूंगा।”
सी बी सी की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रुडो ने इस्तीफा उनकी पार्टी के दवाब के कारण दिया हैं। रिपोर्ट में इसके दो कारण दिए गए हैं, पहला ट्रुडो के नेतृत्व से लोगों में असंतोष और दूसरा उनकी वित्तीय मंत्री के इस्तीफा के बाद पार्टी में उथल-पुथल के कारण।
इस्तीफा देने के बाद ट्रुडो ने देश को संबोधित किया और कहा कि,” मैं कनाडा की परवाह करता हूं। और जो करता हूं कनाडा के हित के लिए करता हूं।”
स्रोतों की माने तो, ट्रुडो ने इस्तीफा दे दिया है पर वे अभी भी पार्टी लीडर रहेंगे और पी एम की गद्दी पर भी बैठेंगे। जबतक कोई उत्तराधिकारी नहीं मिल जाता। साथ ही 24 मार्च तक संसद भी स्थगित रहेगी।
इसी के साथ ट्रुडो के इस्तीफे के कुछ घंटों बाद ट्रंप का भी एक ट्वीट आता है जिसमें वो कहते है कि,”कांग्रेस के सदस्य एक शक्तिशाली बिल पर काम कर रहे हैं जो हमारे देश को फिर से महान बनाएगा। हमें अपनी सीमा को सुरक्षित करना होगा, अमेरिकी ऊर्जा को बढ़ावा देना होगा, और ट्रम्प टैक्स कट्स को दोबारा शुरू करना होगा। हम कोई भी टिप पर टैक्स नहीं लेंगे। यह सब कुछ टैरिफ और अन्य देशों से आएगा जो हमारे देश का फायदा उठाते आए हैं।
रिपब्लिकन्स को एकजुट होना होगा और जल्दी से अमेरिकी लोगों के लिए यह ऐतिहासिक जीत हासिल करनी होगी। चलो, हम एक अच्छा, मजबूत बिल बनाते हैं और जल्दी से मेरे डेस्क पर भेजते हैं। फिर से अमेरिका को महान बनाएंगे!”
आपको बता दें कि ट्रंप और ट्रुडो के रिश्ते कुछ ज्यादा खास नहीं है। ट्रंप ने साथ में अमेरिकन ऊर्जा को अपने और 51 वां राज्य बनने का प्रस्ताव रखा।
इसी बीच एन दी पी लीडर जगदीप सिंह का भी एक स्टेटमेंट आगे आया जो कि खालिस्तानी लीडर भी है। पिछले साल टूटे गठबन्धन के बाद अब जगदीप सिंह ने लिब्रल पार्टी और ट्रुडो पे कटाक्ष किया कि ” ट्रुडो आपको आवास देने में असमर्थ रहे। स्वस्थ सेवा को सुधारने में असमर्थ रहे। ये मानिए नहीं रखता कि पार्टी का लीडर कौन है पर इन्हें दूसरा मौका नहीं दिया जाना चाहिए।