भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है। कोविड वैक्सीनेशन का काम ना सिर्फ तेजी से चल रहा है बल्कि पहले चरण में अभी तक किसी भी तरह के गंभीर साइड इफेक्ट की कोई बात सामने नहीं आई है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि आम बजट में टीकाकरण के लिए 35 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। अगर जरूरत पड़ती है तो इसके लिए और राशि का आंवटन किया जाएगा।
इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब तक 22 देशों ने भारत से कोविड वैक्सीन की आपूर्ति की अपील की है। इनमें से 15 देशों को वैक्सीन की सप्लाई की जा चुकी है। साथ ही देश में अब तक पहले चरण के दौरान करीब 50 लाख लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने अपने बयान में कहा कि 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मार्च के दूसरे या तीसरे हफ्ते से टीकाकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा। मौजूदा वक्त में सात कोविड वैक्सीन पर देश में काम चल रहा है। इनमें से तीन टीके क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में हैं। जबकि दो पहले और दूसरे चरण में हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया जाएगा। जिनकी संख्या दो करोड़ होगी।दरअसल दो फरवरी से फ्रंट लाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन का काम शुरू हो गया है। तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण पर लगभग 480 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।