प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे दिल्ली भाजपा चुनावी समर में उतरने की तैयारी में है, जिसकी बानगी शनिवार को अमेरिका से लौटने पर एयरपोर्ट पर पीएम के भव्य स्वागत के रूप में देखने को मिली। दिल्ली भाजपा कार्यकर्ताओं में भी उत्साह देखते बन रहा था। इसी तरह के मेगा शो कराकर भाजपा दिल्ली में अपनी जमीन तलाश रही है। प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ सुनने के लिए भी जगह-जगह एलसीडी लगाकर कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की रणनीति तैयार की जा रही है।
दिल्ली भाजपा स्थानीय मुद्दे पर कम और केंद्र के विकास कार्यों को लेकर चुनावी रण में उतरेगी। इसी कड़ी में अनुच्छेद 370 खत्म होने के क्या फायदे हैं, इसे लेकर जनजागरण अभियान चला रही है। इसी तरह एनआरसी मुद्दे को भी भाजपा नेता गरमाए हुए हैं। आम आदमी पार्टी को घेरने के लिए भाजपा ने आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू नहीं होने के क्या नुकसान है, इसे लेकर मतदाताओं के बीच जा रही है।
भाजपा के रणनीतिकारों की मानें तो, भाजपा केंद्र की नीतियों व विकास कार्य पर ही दिल्ली के चुनाव को केंद्रित करना चाह रही है। क्योंकि, दिल्ली सरकार की लगातार घोषणाओं को चुनौती देने के लिए केंद्र की मोदी सरकार की नीतियां ही प्रभावी हो सकती हैं। उधर, प्रधानमंत्री के मेगा शो के बहाने भाजपा दिल्ली के कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार करने की नीति पर काम कर रही है।
रणनीतिकार यह भी मान रहे हैं कि यदि केंद्र को दिल्ली सरकार कटघरे में खड़ा करती है तो यह नीति उलटी पड़ेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी बदली नीति के तहत सीधा किसी भी मुद्दे पर ना तो केंद्र सरकार और ना ही दिल्ली के उपराज्यपाल को कटघरे खड़ा कर रहे हैं, जबकि लोकसभा चुनाव तक सीधा केंद्र की योजनाओं पर टिप्पणी करते थे।
ऐसे में भाजपा की नीति यही है कि दिल्ली के मुद्दे छोड़कर केंद्र के विकास को लेकर ही मतदाताओं के बीच जाए। ऐसी स्थिति में जब विपक्षी पार्टी के नेता टिका-टिप्पणी करते हैं तो इसका सीधा फायदा भाजपा को होगा।
Written by: prachi jain
https://www.youtube.com/watch?v=gSurUOGVxnc