दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। सरकार की तरफ से लगातार कोशिशों के बावजूद अभी तक किसी बात पर सहमति नहीं बन सकी है। वहीं इस मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार सियासत कर रहा है और इसे भुनाने की हर संभव कोशिश कर रहा है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का किसान आंदोलन को लेकर बयान सामने आया है। ट्विटर के जरिए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार की नजर में आंदोलनकारी किसान ‘खालिस्तानी’ और पूंजीपति उसके ‘सबसे अच्छे दोस्त’ हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि मोदी सरकार के लिए विरोध करने वाले छात्र राष्ट्र विरोधी हैं, चिंतित नागरिक अर्बन नक्सल हैं, प्रवासी मजदूर कोरोना फैलाने वाले हैं, बलात्कार की पीड़िता कुछ नहीं हैं और आंदोलनकारी किसान खालिस्तानी हैं। पूंजीपति उसके सबसे अच्छे दोस्त हैं।
दरअसल केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में बीस दिनों से किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर हे हैं। इस बीच सरकार और किसानों के बीच कई बार वार्ता हो चुकी है। हालांकि कई किसान संगठनों ने कृषि कानूनों का समर्थन किया है। लेकिन प्रदर्शन कर रहे संगठन इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। सरकार के साथ किसान संगठनों की कई दौर की बातचीत बेनतीजा हो चुकी है।