लंबे और काफी तनाव भरे इंतजार के बाद आखिरकार आज से देश में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ निर्णायक जंग की शुरुआत हो चुकी है। पीएम मोदी ने आज भारत में दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ किया। आज देश भर में 3006 केंद्रों पर पहले चरण के पहले दिन का टीकाकरण का काम पूरा किया जा चुका है। इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी और जेएस मंदीप भंडारी ने जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक कोविड वैक्सीनेशन अभियान का पहला दिन सफल रहा। विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के मद्देनजर देश भर में सभी कोरोना वैक्सीनेशन सेशन साइट्स पर टीकों पर आपूर्ति की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित की गई। टीकाकरण के लिए दोनों तरह की वैक्सीन की सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आपूर्ति की गई। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन ने इस दौरान 12 राज्यों को आपूर्ति की। इस टीकाकरण अभियान में 16,755 लोग शामिल हुए। इसके अलावा आज अभियान के पहले दिन देश में 191181 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई गई है।
कोविड वैक्सीनेशन को लेकर सबसे अहम बात ये कि टीकाकरण के बाद अभी तक किसी के भी अस्पताल में भर्ती होने की कोई खबर नहीं मिली है। साफ है कि किसी भी लाभार्थी पर टीके का कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं दिखा है। जो ना सिर्फ काफी राहत भरी खबर है बल्कि अभियान का उत्साह बढ़ाने में भी मददगार साबित होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि अंडमान और निकोबार में 78 लोगों को टीका लगा। आध्र प्रदेश में 16,963, अरुणाचल प्रदेश में 743, असम में 2,721, बिहार में 16,401, चंडीगढ़ में 195, छत्तीसगढ़ में 4,985, दिल्ली में 3,403, गोवा में 373 और गुजरात में 8,557 लोगों को टीका लगाया गया।
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि ये टीकाकरण का पहला दिन था, इसलिए कुछ समस्याएं भी देखने को मिली हैं। कुछ केंद्रों पर लाभार्थियों की लिस्ट अपलोड करने में जरूरत से ज्यादा वक्त लगा। साथ ही टीकाकरण के लिए ड्यूडी कर्मचारियों को लेकर भी कुछ गलतफहमी देखने को मिली । दोनों ही तरह के मामलों पर संज्ञान लिया गया है और आगे के अभियान में ऐसी दिक्कतों का सामना ना करना पड़े इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।