चमोली में हुई प्राकृतिक आपदा को लेकर आज राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूरा ब्योरा दिया। अमित शाह ने राज्यसभा में अपने बयान में कहा कि चमोली हादसे में भारी नुकसान हुआ है और लगातार बचाव कार्य जारी है। अपने बयान में अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार पूरी स्थिति की समीक्षा कर रही है और उत्तराखंड सरकार को हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा ने जान और माल दोनों को ही गहरा आघात पहुंचाया है। राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक इस घटना के बाद पूरी सक्रियता के साथ राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं। वहीं इस दौरान सदन में दो मिनट का मौन रखकर हादसे में मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई।
अमित शाह ने कहा कि हादसे 14 वर्ग किमी क्षेत्र जितने बड़े ग्लेशियर के टूटने से हुआ था। दरअसल इस हादसे के बाद बाढ़ से 13.2 मेगावाट की जल विद्युत परियोजन बह गई थी। इस अचानक आई बाढ़ ने तपोवन में NTPC की 520 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना को भी नुकसान पहुंचाया है। वहीं अमित शाह ने कहा कि बाढ़ से निचले इलाकों में अब कोई खतरा नहीं है। इसके अलावा इलाके में जलस्तर में भी कमी आ रही है।
ग्लेशियर टूटने से हुए हादसे में अब तक 28 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। तपोवन टनल में अभी भी फंसे काफी लोगों को निकालने के लिए ऑपरेशन चल रहा है। खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ग्राउंड जीरों पर जाकर हालात की समीक्षा कर रहे हैं और अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं। आज सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से मिलकर हरसंभव मदद का भरोसा भी दिया।