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अफगानिस्तान में मजबूत हो रहे ISIS और अलकायदा जैसे आतंकी संगठन, चीन ने भी कबूल किया सच

तालिबान ने जब से अफगानिस्तान पर कब्जा हुआ है, वहां ISIS और अलकायदा जैसे संगठन मजबूत होते नज़र आ रहे हैं।

वही चीन ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है। चीनी के एक वरिष्ठ मंत्री ने अफगान की स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आईएसआईएस और अल-कायदा सहित आतंकवादी समूह इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए उपयोग कर रहे हैं।

अफगानिस्तान में मजबूत हो रहे ISIS और अलकायदा जैसे आतंकी संगठन, चीन ने भी कबूल किया सच

इसके अलावा चीनी सहायक विदेश मंत्री वू जियानघाओ ने कहा कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी परिदृश्य और अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी गतिविधियों के पुनरुत्थान में बड़े बदलाव देखे गए हैं।

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उन्होंने कहा की “अफगानिस्तान की स्थिति और भी जटिल होती नज़र आ रही है। अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए आईएसआईएस, अल-कायदा और ईटीआईएम सहित आतंकवादी समूह इस क्षेत्र का इस्तेमाल कर वहां अराजकता फैला रहे हैं।”

वू जियानघाओ ने अपने संबोधन के दौरान कहा की चीन का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।

इसके अलावा सबसे पहले उन्होंने जागरूकता को बढ़ावा देने की बात कही। दूसरा, उन्होंने कहा की हमें संयुक्त राष्ट्र द्वारा निभाई गई केंद्रीय भूमिका को रेखांकित करने की आवश्यकता है। और तीसरा, हमें विकासशील देशों में क्षमता निर्माण को मजबूत करने की आवश्यकता है।

इसके अलावा उन्होंने कहा की हमें नए आतंकवादी खतरों और विचारधाराओं से निपटने की आवश्यकता है।

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बता दें कि चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्पररी इंटरनेशनल रिलेशंस और चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज द्वारा इस संगोष्ठी का आयोजन आयोजित किया गया था।

वही आतंकवाद विरोधी एजेंसियों के जिम्मेदार अधिकारी के साथ-साथ रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, अफगानिस्तान, मलेशिया, कजाकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका सहित 17 देशों के आतंकवाद विरोधी क्षेत्र के विशेषज्ञ और विद्वान ने सम्मेलन में हिस्सा लिया।

चीनी विदेश मंत्रालय के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लेने वालों ने सहमति व्यक्त की कि आतंकवाद मानवता का एक साझा दुश्मन है और विश्व शांति और सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है।

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