आगामी विधानसभा चुनावों में योगी आदित्यनाथ कहां से चुनाव लड़ेंगे।इस बात को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं।सीएम योगी के मथुरा से चुनाव लड़ने की पहले चर्चा थी लेकिन अब खबर मिली है कि के सीएम अयोध्या से चुनाव में खड़े होंगे।दरअसल दिल्ली में चल रही बीजेपी की हाई लेवल मीटिंग के दौरान ये फैसला लिया गया है।माना जा रहा है कि हिंदुत्व को लेकर चल रही बीजेपी की चुनावी रणनीति को ध्यान में रखकर ये फैसला किया जा रहा है और इसके साथ ही फैसले से पार्टी के कोर मतदाताओं को भी सही संदेश जाएगा।
अयोध्या से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लड़ेंगे चुनाव
फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने को लेकर आखिरी फैसला सीईसी की बैठक में लेंगे।इस दौरान बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राम मंदिर एक ऐसा मुद्दा है जो हिंदुओं को एक करता है और ये एक भावनात्मक मुद्दा भी है और फिर ऐसे में अयोध्या से सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा कौन चुनाव लड़ सकता है।वे राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े रहे हैं।योगी का इस सीट से लगाव भी है और वहां की जनता का प्यार भी उन्हें मिलता रहा है।यही कारण है कि पार्टी भी चाहती है कि योगी ही इस सीट का चेहरा बनें।
17 में भाजपा के वेद प्रकाश गुप्ता ने की थी जीत हासिल
आपको बता कि 2017 में भाजपा के वेद प्रकाश गुप्ता ने इस सीट से जीत हासिल की थी और उनका भी इस क्षेत्र में काफी दबदबा है।बता दें कि सात फेज के इलेक्शन में अयोध्या में पांचवे फेज में चुनाव होंगे।वहीं 27 फरवरी को होने वाले चुनावों के लिए भाजपा ने अभी से ही राजनीतिक समीकरण बनाना शुरू कर दिया है और इससे पहले योगी ने अपनी सीट को लेकर कहा था कि पार्टी जहां से उन्हें चुनावा लड़ने के लिए कहेगी वे वहीं से चुनाव लड़ेगें।मथुरा और अयोध्या के बाद गोरखपुर सीट को भी योगी के लिए खास माना जाता है।इस वजह से इस सीट को लेकर भी लोगों के बीच चर्चा थी।अगर योगी आदित्यानाथ इस सीट से लड़ते हैं तो भाजपा के यहां से जीतने की उम्मीदें काफी बढ़ जाएंगी और इसके साथ ही सपा के लिए यहां पर अपनी सीट बचाना मुश्किल होगा क्योंकि यहां पर हिंदुवादी लहर है।