यूपी के कानपुर बिकरू कांड को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। आठ पुलिसकर्मियों की सामूहिक हत्या की जांच कर रही SIT ने इस घटना के मास्टरमाइंड रहे गैंगस्टर विकास दुबे की 150 करोड़ रुपये की संपत्ति की प्रवर्तन निदेशालय से जांच की सिफारिश की है। दरअसल गैंगस्टर विकास दुबे 10 जुलाई को कानपुर में STF की टीम से फरार होने की कोशिश के दौरान मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था।
उत्तर प्रदेश प्रशासन के अधिकारियों की तरफ से मिल रही जानकारी के मुताबित गैंगस्टर विकास दुबे ने अवैध तरीके से 150 करोड़ रुपये की संपत्ति इकट्ठा की थी। अब इस संपत्ति को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से जांच की सिफारिश की गई है। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में विकास दुबे और उसके गैंग की मदद करने वाले सभी पुलिस और प्रशासन के अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की भी सिफारिश की है।
दरअसल जांच रिपोर्ट में पता चला है कि विकास दुबे को अपने घर होने वाली पुलिस की दबिश को लेकर पहले से ही जानकारी थी। और ये जानकारी देने वाले पुलिस महकमे के ही कुछ लोग थे। दो-तीन जुलाई की रात कानपुर के बिकरू गांव में दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर गैंगस्टर के साथियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं जिसमें एक सीओ और एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। इसके अलावा पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक जख्मी हो गए थे।
एसआईटी की जांच में में 80 से ज्यादा पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों को दोषी पाया गया है। जांच रिपोर्ट के करीब 700 पन्नों में इन अफसरों और कर्मचारियों की कार्य़शैली और इस कांड में भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।