आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी गर्मी में सर्दी का अहसास कराने का बयान दे रहे हैं,यह असंवैधानिक है।इस तरह के बयान किसी संत या मुख्यमंत्री के नहीं हो सकते है।
गोरखपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का एलान कर चुके चंद्रशेखर आजाद ने सोमवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हमारा मुद्दा सभी के लिए मुफ्त तकनीक,अकादमिक व प्रोफेशनल शिक्षा और बेहतर उपचार व्यवस्था है।इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ चुनाव लड़ूंगा,यह स्टंट नहीं है।
इसके साथ उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं।बीते पांच साल में प्रदेश में 123 लोगों पर व्यक्तिगत कारणों से रासुका लगाई गई है।गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा प्रियंका भारती के परिजनों को अभी तक न्याय नहीं मिला है।अपराध का ग्राफ बढ़ा है।विकास के नाम पर गोरखनाथ मंदिर की दुकानें खाली करा ली गईं है।इन दुकानों का आवंटन 25-50 रुपये किराएदारी पर हुआ था।इसके अलावा उन्होंने 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में घोटाले का भी आरोप लगाया है।
चंद्रशेखर आजाद ने इस दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश पर निशाना साधते हुए अवसरवादी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव की मदद करके यूपी में भाजपा को रोकना चाह रहे थे,लेकिन समझ में आया कि जब आप नए होते हैं और परिवर्तन करना चाहते हैं,तो पहले से स्थापित लोग आपको आगे नहीं बढ़ने देना चाहते हैं।अखिलेश यादव का व्यक्तिगत सम्मान करता हूं,लेकिन उनकी बहुजन-नौजवान विरोधी नीतियों का विरोध करूंगा।
आपको बता दें कि रैदास महासभा के अध्यक्ष विश्वनाथ ने अपना समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर अनुसूचित जाति के परिवारों के साथ भोजन करते हैं।सामाजिक समरसता का संदेश देते हैं,लेकिन चंद्रशेखर को यह पसंद नहीं है। वह वैमनस्यता बढ़ाने के लिए गोरखपुर आए हैं।इसे समाज स्वीकार नहीं करेगा।इस दौरान मनोनीत पार्षद वीर सिंह सोनकर ने कहा कि चंद्रशेखर को गोरखपुर का राजनीतिक व सामाजिक इतिहास पता कर लेना चाहिए था।यहां जातीय नफरत की दीवार नहीं खड़ी हो सकती है।