कोयले के साथ-साथ खनन क्षेत्र में भारत को अच्छी खबर मिली है। दरअसल, अप्रैल में खनन और उत्खनन क्षेत्र का खनिज उत्पादन सूचकांक (आधार: 2011-12=100) 122.5 पर, अप्रैल, 2022 के स्तर की तुलना में 5.1 प्रतिशत अधिक हुआ है। भारतीय खान ब्यूरो (आईबीएम) के स्थायी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2022 से अप्रैल, 2023 की अवधि में संचयी वृद्धि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.8 प्रतिशत है।
तो वहीं इस वर्ष में अप्रैल माह में महत्वपूर्ण खनिजों का उत्पादन स्तर की बात करे तो कोयला 731 लाख टन, लिग्नाइट 32 लाख टन, प्राकृतिक गैस (उपयोग में लाई गई) 2671 मिलियन घन मीटर, पेट्रोलियम (कच्चा) 24 लाख टन, लौह अयस्क 247 लाख टन, चूना पत्थर 386 लाख टन और बॉक्साइट 1562000, क्रोमाइट 273000, तांबा सांद्रण 9000, सीसा सांद्र 29000, मैंगनीज अयस्क 265000, जिंक सांद्र 130000, फॉस्फोराइट 162000, मैग्नेसाइट 10000 टन प्रत्येक, सोना 102 किलो और हीरा 2 कैरेट रहा।
अप्रैल, 2022 की तुलना में अप्रैल, 2023 के दौरान सकारात्मक वृद्धि दिखाने वाले महत्वपूर्ण खनिजों में शामिल हैं:
फॉस्फोराइट (29.1 प्रतिशत), मैग्नेसाइट (27.7 प्रतिशत), लौह अयस्क (13.1 प्रतिशत), चूना पत्थर (12.7 प्रतिशत), कॉपर सांद्र (12 प्रतिशत), सीसा सांद्र (10.6 प्रतिशत), कोयला (8.8 प्रतिशत), मैंगनीज अयस्क (6.9 प्रतिशत) और जिंक सांद्रण (4.1 प्रतिशत)। नकारात्मक वृद्धि दर्शाने वाले अन्य महत्वपूर्ण खनिजों में शामिल हैं: पेट्रोलियम (कच्चा) (-3.6 प्रतिशत), प्राकृतिक गैस (यू) (-2.8 प्रतिशत), सोना (-8.1 प्रतिशत), लिग्नाइट (-21.2 प्रतिशत), बॉक्साइट (-24.7 प्रतिशत) और क्रोमाइट (-40.1 प्रतिशत)।