सेन्ट्रल डेस्क, ज्योति : दिल्ली का सबसे मशहूर गार्डन आज से जनता के लिए खुल गया है। दिल्ली का मुगल गार्डन हर साल जनता के लिए खोला जाता है। इस गार्डन को फरवरी के महीने में खोला जाता है। इस साल गार्डन को जनता के लिए 6 फरवरी से 14 फरवरी तक खोला जाएगा। इस बार यह गार्डन 70 किस्मों के खूबसूरत फूलों से गुलजार है।
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आप यहां जा सकते है और फुलों की खुशबू का मजा ले सकते हैं। हालांकि इस गार्डन में बहुत कुछ खास देखने को मिलता है, लेकिन इस बार की सबसे खास बात ये है कि आपको लाइन में नहीं लगना होगा। हर साल जनता को अंदर जाने के लिए काफी समय तक लाइन में खड़ा होना पड़ता था। इस बार इस लाइन में लगने से सभी को निजात मिलेगी। इस बार आप अपनी पसंद के टाइम स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं। इसके लिए आपको राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट पर जाना होगा।
ऑनलाइन बुकिंग
राष्ट्रपति भवन के अधिकारी डॉ. निमिष रुस्तगी के मुताबिक, मुगल गार्डन की सैर के लिए बुकिंग के लिए राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट https://rb.nic.in/ पर जा सकते हैं। राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट पर बुकिंग करने के बाद आपको आपके डाले हुए मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजा जाएगा, जिसे दिखाने पर आप लाइन में लगे बिना सीधे अंदर जा सकते हैं। इसके लिए बुकिंग शुरू हो चुकी हैं।
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जानें क्या है मुगल गार्डन का इतिहास
फूलों के आकर्षण के लिए जाने जाना वाला राष्ट्रपति भवन और 15 एकड़ में फैला मुगल गार्डन का इतिहास काफी दिलचस्प है। 1911 में जब अंग्रेजों ने अपनी राजधानी कोलकाता से दिल्ली बनाई तो रायसीना की पहाड़ी को काटकर वायसराय हाउस (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) का निर्माण कराया था। जिसे ब्रिटिश वास्तुकार एडवर्ड लुटियंस ने डिजाइन किया था।
वायसराय हाउस में वायसराय के लिए फूलों का खास बाग बनाया गया था लेकिन तत्कालीन वायसराय लॉर्ड हार्डिंग की पत्नी लेडी हार्डिंग को यह बाग पसंद नहीं आया था। बाद में लुटियंस ने गार्डन में बदलाव करते हुए भारतीय संस्कृति और मुगलशैली की झलक पेश की थी। सन् 1928 में यह मुगल गार्डन बनकर तैयार हुआ था।