भारत के द्वारा 26 फ़रवरी को बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद अब कुछ राज पाकिस्तान के तरफ से बाहर निकल के आ रहे है। इतालवी स्वतंत्र पत्रकार फ्रांचेस्का मरीनो ने उजागर किया है कि भारत के द्वारा एयर स्ट्राइक में तक़रीबन जैश-ए-मुहम्मद के 170 आतंकी मारे गए थे और 65 घायल हुए, जिसका इलाज़ अभी भी चल रहा है।
‘फ्रांचेस्का’ दक्षिण एशिया मामलों की विशेषज्ञ हैं। वह पाकिस्तान का दौरा कर चुकी हैं और वहां के आतंकी संगठनों पर एक पुस्तक भी लिख चुकी हैं। ‘स्ट्रिंगर एशिया’ में प्रकाशित उनकी रिपोर्ट के अनुसार, 26 फरवरी की तड़के 3.30 बजे भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के ढाई घंटे बाद घटनास्थल से 20 किलोमीटर दूर पाकिस्तानी सेना के शिंकियारी कैंप से एक टुकड़ी वहां पहुंची थी। जिसके बाद पाकिस्तानी सैनिक आतंकियों के शव ठिकाने लगाने और घायल आतंकियों को शिंकियारी में ही स्थित हरकत-उल-मुजाहिदीन के शिविर में ले गए जहां उन सभी को इलाज करवाया गया। इस दौरान गंभीर रूप से घायल 20 आतंकियों की मौत हो चुकी है, लेकिन अभी भी 45 आतंकियों का इलाज चल रहा है।
‘पत्रकार फ्रांचेस्का मरीनो’ के अनुसार घायल और मारे गए आतंकी के परिवार वाले को चुप रहने के तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के द्वारा मोटी रकम पेश किया किया गया लेकिन पूरी तरह ठीक होने और अपाहिज होने वाले आतंकी अभी भी पाकिस्तानी सेना की हिरासत में हैं और उन्हें अपने घरों को नहीं लौटने दिया गया है। मारिनो के मुताबिक, जैश के शिविर वाला बालाकोट का इलाका अभी भी पाकिस्तानी सेना की मुजाहिद बटालियन के नियंत्रण में है। इस शिविर तक जाने वाले कच्चे रास्ते पर पुलिस तक को जाने की इजाजत नहीं है।