30 मई को नरेंद्र मोदी एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे है। देश के सभी नेतागण पहुँच रहे है। इसी दौरान मोदी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी शपथ समारोह को लेकर आमंत्रित किया गया था। । पहले उन्होंने आने के लिए हामी भर दी।
ताज़ा खबर है कि ममता बनर्जी शपथ सम्मान समारोह में नहीं पहुँच रही है। उन्होंने पहले कहा था कि कई दूसरे राज्यों के सीएम भी शपथ ग्रहण समारोह में जा रहे हैं, इसलिए मैं भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लूंगी। हालाकिं कई मौके पर ममता बनर्जी कहती आयी कि मैं नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानती हूँ। फिर भी उन्होंने शपथ ग्रहण में आने के लिए हामी भरी।
ममता बनर्जी के द्वारा नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण में आने से इनकार के बाद सियासी हलचल बढ़ने लगी है। दीदी ने अपनी बात चिट्ठी जारी कर बताई। उन्होंने लिखा आपको प्रधानमंत्री पद के लिए बधाई। आपके आमंत्रण को मैंने स्वीकार कर शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए तैयार हो गयी थी। लेकिन, इन दिनों जिस तरह से मेरी और पार्टी के छवि को उछाला जा रहा है इससे आहत हूँ।
बंगाल में हुए 54 भाजपा कार्यकर्ता की हत्या को राजनितिक रंग दिया जा रहा है लेकिन ये हत्याएं आपसी रंजिश, पारिवारिक लड़ाई और अन्य मसलों की वजह से हुई है। इनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, ऐसा कोई रिकॉर्ड भी नहीं है। इसी कारण मैं शपथ समारोह पहुँचने में असमर्थ हूँ।
आपको मालूम होगा जिस तरह से बंगाल में भारतीय जनता पार्टी ने 42 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 18 सीटों पर जीत हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की , उसके बाद से तृणमूल कांग्रेस पार्टी के अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा।