उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिवस पर पुरकुल गांव मे सैन्य धाम का शिलान्यास किया। सैन्य धाम में देश के लिए बलिदान देने वाले वीर सपूतों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा राज्य की गौरवशाली सैन्य परंपरा और अन्य जानकारियां भी सैन्य धाम में दी जाएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिकों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में पांचवें धाम के तौर पर सैन्य धाम की घोषणा की थी। धाम के लिए करीब 50 बीघा जमीन की व्यवस्था की गई है।
इस दौरान अपने संबोधन में सीएम त्रिवेंद्र रावत कहा कि हर शहीद सैनिक के आंगन की मिट्टी भी इस सैन्य धाम में लाई जानी चाहिए। वहीं शहीद सैनिक की कोई एक निशानी यहां बनने वाले संग्रहालय में रखी जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मौके पर बड़ा ऐलान करते हुए शहीद सैनिकों के परिवार को दी जाने वाली सहायता को 10 लाख से बढ़ाकर 15 लाख करने की घोषणा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्य धाम जहां एक तरफ हमारे वीर सपूतों की शौर्यगाथा को सजीव तौर पर प्रदर्शित करेगा , और राज्य के युवाओं के लिए ये प्रेरणा का स्रोत होगा।
इसके अलावा सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस दौरान सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सैन्य धाम उन लोगों के मुंह पर एक तमाचा भी होगा जो हमारे सैनिकों की बहादुरी पर सवाल उठाते हैं। जो सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्य धाम एक ऐसा पवित्र स्थल होगा। जहां आने वाले समय में जो भी उत्तराखंड राज्य का मुख्यमंत्री बने वो यहां आकर शपथ ले। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी सरकार शहीद सैनिकों के परिवारों और सैन्य परिवारों के साथ हमेशा खड़ी है।