कृषि कानूनों को लेकर किसानों का प्रदर्शन करीब एक महीने से लगातार जारी है। वहीं एक तरफ किसानों का एक धड़ा नए कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है तो कई किसान संगठनों ने कृषि कानूनों का समर्थन भी किया है। किसानों के विरोध प्रदर्शनों के बीच किसान मजदूर संघ बागपत के 60 किसानों का प्रतिनिधिमंडल आज केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिला।
मुलाकात के बाद कृषि मंत्री ने कहा कि आज बागपत पूरे देश में कृषि के लिए प्रसिद्ध है। बागपत के किसान कृषि कानून के समर्थन में आएं हैं और इन्होंने एक समर्थन पत्र देते हुए कहा है कि केंद्र सरकार को किसी दबाव में नहीं आना चाहिए। तोमर ने कहा कि मैं समर्थन के लिए किसानों का शुक्रिया करता हूं।
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से कानूनों के विरोध में राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने को लेकर कृषि मंत्री ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बातों को कांग्रेस भी गंभीरता से नहीं लेती है।
कृषि मंत्री ने कांग्रेस को किसान विरोधी कहा। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपनी सरकार के दौरान किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया। कांग्रेस का चरित्र हमेशा से किसान विरोधी रहा है। तीनों कृषि बिलों के फैक्टर कांग्रेस के 2019 के मेनिफेस्टो में शामिल थे। कृषि मंत्री ने इसे लेकर राहुल गांधी से पूछा कि वो देश को बताएं कि वो अब झूठ बोल रहे हैं या फिर वो 2019 में झूठ बोल रहे थे।