कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 23 दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। कई दौर की बातचीत के बावजूद किसानों और सरकार के बीच कोई हल नहीं निकल सका है। वहीं प्रदर्शन को लेकर अड़े किसानों के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आठ पन्नों का एक पत्र लिखा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के किसानों के नाम लिखे पत्र को उनके ‘विनम्र संवाद’ की कोशिश कहा है। साथ ही पीएम मोदी ने किसानों से अपील की है कि सभी किसान इस पत्र को एक बार जरूर पढ़ें।
दरअसल कृषि मंत्री तोमर ने पत्र के जरिए दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से अपील की है कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए कृषि कानूनों के खिलाफ फैलाये जा रहे भ्रम से बचें। इसके अलावा अपने पत्र में कृषि मंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार और किसानों के बीच ‘झूठ की दीवार’ खड़ी करने की साजिश रची जा रही है।
वहीं पीएम मोदी ने कृषि मंत्री के पत्र को लेकर ट्वीट भी किया। इसमें उन्होंने लिखा कि कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी ने किसान भाई-बहनों को पत्र लिखकर अपनी भावनाएं प्रकट की हैं, एक विनम्र संवाद करने का प्रयास किया है। सभी अन्नदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे इसे जरूर पढ़ें। देशवासियों से भी आग्रह है कि वे इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।
दरअसन किसानों के नाम लिखे खत में कृषि मंत्री ने कहा है कि कृषि सुधार कानून भारतीय कृषि में नये अध्याय की नींव बनेंगे, किसानों को और आजाद और मजबूत करेंगे। कृषि कानूनों को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए तोमर ने कहा कि इन सुधारों को लेकर उनकी अनेक राज्यों के किसान संगठनों से बातचीत हुई है और कई किसान संगठनों ने इनका स्वागत किया है।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वो इससे बहुत खुश हैं और किसानों में एक नई उम्मीद जागी है। ‘देश के अलग-अलग क्षेत्रों से ऐसे किसानों के उदाहरण भी लगातार मिल रहे हैं, जिन्होंने नए कानूनों का लाभ उठाना शुरू भी कर दिया है।