उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए प्रदेश में सियासत तेज हो चुकी है। पंचायत चुनावों को इसका लिटमस टेस्ट माना जा रहा है। ऐसे में तमाम सियासी दल ऐड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को कौशाम्बी के करारी कस्बे में सपा महासचिव मौला बॉक्स के घर वन दंपति को आशीर्वाद देने पहुंचे थे। इस दौरान अखिलेश यादव ने मीडिया से मुखतिब होते हुए कहा कि बिहार में जो हो रहा है, इतना लोकतंत्र में अपमानित कभी नहीं हुए होंगे। ये शर्मनाक घटना है। निंदनीय है।
अखिलेश यादव ने कहा कि महिला सदस्या को उठाकर बाहर फेंक दिया गया। अगर ये सीमा लोकतंत्र में होगी, तो लोकतंत्र नहीं चल पाएगा। इस दौरान उन्होंने अगले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की तैयारियों और रणनीतियों को लेकर भी बात की ।
अखिलेश ने कहा कि उनकी समाजवादी पार्टी अकेले विधानससभा चुनाव लड़ेगी। हालंकि उन्होंने ये भी कहा कि छोटे दलों के लिए रास्ता हमेशा खुला रहेगा। किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार घबरा रही है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जहां जाते हैं, उनका काले झंडों से स्वगत होता है। जनता इनके खिलाफ खड़ी है। सरकार अपनी नीयत साफ नहीं कर रही है। इसलिए पंचायत चुनाव को लेकर कभी हाईकोर्ट, कभी सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ रहा है।