आज ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) ने एनडीए सरकार का पुतला दहन भोगेंद्र झा चौक पर किया। पुतला दहन से पूर्व दर्जनों की संख्या में छात्र अजय भवन छात्रावास से एनडीए सरकार के खिलाफ नारा लगाते हुए प्रतिवाद मार्च निकालकर कॉ० भोगेन्द्र झा चौक पर पहुँचे।
प्रतिवाद मार्च के दौरान छात्र बिहार की लाचार स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग कर रहे थे। साथ ही चमकी बुखार को राजकीय आपदा घोषित करने की भी मांग कर रहे थें। मार्च का नेतृत्व छात्र नेता मोहम्मद मोबीन और राजा बाबू ने किया। वही पुतला दहन के उपरांत चौक पर एक सभा हुई जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष शशि रंजन ने किया
सभा को संबोधित करते हुए संगठन के जिला सचिव शरद कुमार सिंह ने कहा कि “लगातार बिहार के अंदर स्वास्थ्य व्यवस्था लाचार होती जा रही है। इस गर्मी में 300 से प्लस नौनिहाल बच्चे ने इस लाचार व्यवस्था के कारण अपना दम तोड़ा है। जिसमें डेढ़ सौ से ऊपर सिर्फ मुजफ्फरपुर के बच्चे थे। उसके साथ ही कई जिलों पर भी लूं और चमकी बुखार से बच्चों की मौत हुई है। मौत की पूरी ज़िम्मेदारी बिहार सरकार को लेनी चाहिए और स्वास्थ्य व्यवस्था को सक्षम बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए।”
जब से एनडीए की सरकार बिहार में बनी है स्वास्थ्य पर कोई काम नहीं हुआ है। इस सरकार के एजेंडा में स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं होना काफी चिंताजनक है। उन्होंने आगे कहा कि “कल संगठन के नेता डॉक्टर कन्हैया कुमार ने एसकेएमसीएच का निरीक्षण किया। जिसमें घोर अनियमितता उन्होंने पाया। साथ ही निरीक्षण के उपरांत संगठन ने निर्णय लिया कि चमकी बुखार के खिलाफ मुजफ्फरपुर सहित पूरे बिहार में अभियान चलाया जाएगा। साथ ही गर्मी में ओआरएस के घोल और बच्चों के लिए पौष्टिक आहार बांटा जाएगा।”
सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के पूर्व नेता मानस कुमार सिंह ने कहा कि विगत एक दशक से चमकी बुखार से नौनिहालों की मौत हो रही है और सरकार आज तक इसके कारण का पता नहीं लगा पाई है? सरकार को इस हेतु तत्काल मोबाइल हॉस्पिटल और बाहर से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बुलाकर इस आपदा पर काबू पाना चाहिए।
सभा को अजीत कुमार, अमित कुमार सिंह, प्रभाकर कुमार, शंकर कुमार यादव, मो० सदाब तम्मने, लक्की महासेठ, अजनान अहमद, आमी हसन, मो० तैजान, पप्पू यादव, जितेंद्र कुमार, ओम प्रकाश, रंजन, अमन कुमार सिंह, रमनजीत कुमार, चाणक्या आदि ने सम्बोधित किया।
सभा को अजीत कुमार, अमित कुमार सिंह, प्रभाकर कुमार, शंकर कुमार यादव, मो० सदाब तम्मने, लक्की महासेठ, अजनान अहमद, आमी हसन, मो० तैजान, पप्पू यादव, जितेंद्र कुमार, ओम प्रकाश, रंजन, अमन कुमार सिंह, रमनजीत कुमार, चाणक्या आदि ने सम्बोधित किया।