बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे में एक बार फिर प्रदेश की जनता ने एनडीए पर भरोसा जाहिर किया है। वहीं एक बार फिर हार का सामना करने वाली कांग्रेस में इस वक्त जोरदार हंगामा चल रहा है। तमाम वरिष्ठ नेता लगातार पार्टी की अंदरुनी समीक्षा की मांग उठा रहे हैं। साथ ही हार की जिम्मेदारी तय करने और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग भी तेज हो चुकी है। इसी कड़ी में अब सूत्रों से बड़ी खबर मिल रही है। खबर है कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में चुनाव में खराब प्रदर्शन की समीक्षा के ऐलान के बाद कई पार्टी नेताओं ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की है।
सूत्रों से मिल रही खबरों के मुताबिक कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज भी दिया है। इसके अलावा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा समेत कई दूसरे लीडर्स ने भी अपना इस्तीफा सौंपने की बात कही है। हालांकि अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। ना ही इस्तीफे की मंजूरी को लेकर कोई फैसला हो सका है।
दरअसल बिहार चुनाव में शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस नेताओं का कहना है कि गठबंधन में मजबूत सीट पर ही चुनाव लड़ना चाहिए था। कांग्रेस नेताओं ने गठबंधन में ज्यादा सीट हासिल करने के चक्कर में कई ऐसी सीटें हासिल कर ली जिनपर जीत की संभावना ही नहीं थी। इस हार के बाद कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी में आत्ममंथन पर जोर दिया है।
दरअसल कांग्रेस नेताओं का एक ग्रुप बिहार चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा की मांग भी कर रहा है। कपिल सिब्बल ने तो अब कारगर कदम उठाने की पैरवी की है। वहीं कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर का कहना है कि बिहार चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर आत्मचिंतन होना चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल रही कांग्रेस सिर्फ 19 सीट ही हासिल कर सकी थी। हालांकि कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था। वहीं महागठबंधन की हार का एक बड़ा कारण कांग्रेस का शर्मनाक प्रदर्शन भी माना जा रहा है।