विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हरियाणा में कांग्रेस को लगा तीसरा बड़ा झटका। अशोक तंवर और संपत सिंह के बाद अंजलि बंसल ने पार्टी छोड़ दी है। अंजिल ने भाजपा का हाथ थामा। अंजलि पंचकूला से पूर्व व स्वर्गीय विधायक डी. के बंसल की पत्नी हैं। वे हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव पद पर कार्यरत थीं। बुधवार को अंजली बंसल ने हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव के पद से इस्तीफा दिया । उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी की हरियाणा प्रधान कुमारी शैलजा और सुष्मिता देव को इस्तीफे की कॉपी भेजी है। उसके बाद अंजलि ने सीएम मनोहर लाल की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गई।
कुमारी सैलजा पर पक्षपात का आरोप लगाया था
दरअसल, पंचकूला से चंद्रमोहन बिश्नोई और कालका विधानसभा से प्रदीप चौधरी को टिकट मिलने के बाद भी पार्टी के कई नेताओं ने दूरी बना रखी है। दोनों प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान ये चर्चा आम रही। शनिवार को हरियाणा महिला कांग्रेस की महासचिव अंजलि बंसल पंचकूला प्रत्याशी चंद्रमोहन के खिलाफ खुलकर सामने आ गई। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करके कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा पर पक्षपात करने का आरोप लगाया।
टिकट न मिलने पर रोष जाहिर करते हुए अंजलि बंसल ने प्रत्याशी चंद्रमोहन बिश्नोई के खिलाफ वोट करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कुमारी शैलजा ने जानबूझकर उनका टिकट काटा है, जबकि लोकसभा चुनाव के दौरान सैलजा की जीत के लिए उन्होंने पूरी मदद की थी। बंसल ने कहा कि उनका टिकट इसलिए काटा गया, क्योंकि उनका नाम पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर के साथ समर्थक के तौर पर जोड़ा जा रहा था।
वह किसी व्यक्ति विशेष के साथ न होकर हाईकमान द्वारा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बैठाए व्यक्ति के साथ हैं। तंवर को प्रदेश अध्यक्ष पार्टी ने ही बनाया था। इस दौरान वह भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि चंद्रमोहन उनके बड़े भाई के समान हैं। वह कांग्रेसी होने के नाते कांग्रेस को वोट तो देंगी, लेकिन वह चंद्रमोहन के लिए वोट मांगने नहीं जाएंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान का यह फैसला गलत है।
Written By: Prachi Jain
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