देश में फैले कोरोना संक्रमण के बीच पहले बड़े चुनाव होने जा रहे हैं। हालांकि चुनाव के दौरान ना सिर्फ कोविड गाइडलाइन्स का पालन सुनिश्चित किए जाने की बात की जा रही है बल्कि नियमों में भी काफी बदलाव किया गया है। साथ ही मतदान कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए भी कड़े बंदोबस्त की बात कही जा रही है। वहीं इस दौरान चुनाव आयोग ने एक और अहम फैसला किया है। चुनाव प्रचार के दौरान लोगों की ज्यादा भीड़ इकट्ठा ना हो इसके लिए चुनाव आयोग ने स्टार प्रचारकों की संख्या को लिमिटेड कर दिया है। सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के लिए ‘स्टार प्रचारकों’ की संख्या को 40 से घटाकर 30 कर दिया गया है। और गैर मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय दलों के लिए स्टार प्रचारकों की संख्या 20 से कम करके 15 कर दी गई है।
सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को इसे लेकर पत्र भी जारी कर दिया गया है। पत्र में चुनाव आयोग की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि अधिसूचना जारी होने के 10 दिनों के अंदर सभी पार्टियों को अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट सौंपनी होगी।हालांकि पहले इसके लिए 7 दिनों का वक्त दिया जाता था। देश में इस वक्त आठ मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दल हैं। जिनमें बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, भाकपा, माकपा और एनपीपी शामिल हैं।
दरअसल चुनाव आयोग की टीम के बिहार दौरे के दौरान स्टार प्रचारकों की वजह से भीड़ इकट्ठा होने की बात सामने आयी थी। जिसके बाद अब चुनाव आयोग की तरफ से इसे लेकर नियम तय कर दिया गया है।
दरअसल बिहार में तीन चरणों में 28 अक्टूबर, तीन और सात नवंबर को वोटिंग होनी है। इसके लिए चुनाव आयोग कोविड काल में पुख्ता से पुख्ता तैयारी कर रहा है। इसके अलावा कई राज्यों में तीन और सात नवंबर को उपचुनावों का भी ऐलान किया गया है। इसी को लेकर अब चुनाव आयोग अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा है।
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