भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बार फिर शानदार खेल दिखाते हुए पक्की जीत की तरफ बढ़ रही कंगारुओं की टीम को रोक दिया। चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत की शतकीय साझेदारी टूटने से एक बार हार के बादल मंडराने लगे थे लेकिन हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने क्रीज पर ऐसा खूंटा गाड़ा कि कंगारुओं के पांव उखड़ गए।
भारत ने सोमवार को सिडनी में तीसरा टेस्ट क्रिकेट मैच ड्रॉ कराने में कामयाबी हासिल कर ली है।इसके साथ ही इस मैच से भारतीय खिलाड़ियों को मोरल बूस्ट भी मिला है। हनुमा विहारी ने पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद अश्विन के साथ आखिरी सत्र में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की हर रणनीति बेकार कर दी। दोनों ने ऐसा दमखम दिखाया कि कंगारुओं की जीत की उम्मीदों पर पानी फिर गया। हनुमा चार घंटों तक क्रीज पर डटे रहे और नाबाद 23 रनों की पारी खेली। वहीं अश्विन ने 128 गेंदों पर नाबाद 38 रनों का स्कोर किया।
इससे पहले चेतेश्वर पुजारा ने शानदार खेल दिखाते हुए 205 गेंदों पर 77 रनों की पारी खेली थी। इसके अलावा पंत ने 118 गेंदों पर 12 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 97 रनों का स्कोर किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 148 रनों की साझेदारी की और टीम को हार से बचाने में अहम योगदान दिया।
दरअसल भारतीय टीम 309 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के लिए उतरी थी। मैच में एक ओवर बचा हुआ था तब दोनों टीमों में ड्रॉ पर सहमति बन गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 338 रनों का स्कोर बनाया था और दूसरी पारी छह विकेट पर 312 रन बनाकर पारी की घोषणा की थी। भारत ने पहली पारी में 244 रन बनाए थे। वनडे जैसा रोमांच रखने वाले इस मैच में कई दिलचस्प मोड़ आए। इस मैच के ड्रॉ होने के बाद चार मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर है।
दोनों टीमों के बीच अब अगला मैच ब्रिसबेन में 15 जनवरी से शुरू होने वाला है। ये चौथा और अंतिम टेस्ट मैच सीरीज के विजेता का फैसला करेगा।