Written By : Amisha Gupta
दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) विश्वविद्यालय ने कोविड-19 के मद्देनजर अब अपनी कक्षाओं को ऑनलाइन मोड में चलाने का निर्णय लिया है।
यह निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है। इस तरह से, जामिया भी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) की तर्ज पर ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को अपना रहा है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति ने एक नोटिस जारी करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी शैक्षिक गतिविधियों को सुरक्षित रूप से संचालित करने के लिए ऑनलाइन मोड को प्राथमिकता दी है। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय ने 22 नवंबर से शारीरिक रूप से कैंपस में उपस्थित होने की अनुमति देने की घोषणा की है। कुलपति ने यह भी स्पष्ट किया कि कोरोना महामारी के मद्देनजर कई महीनों से विश्वविद्यालय में शारीरिक उपस्थिति नहीं थी, और अब तक सभी कक्षाएं ऑनलाइन चल रही थीं।
उन्होंने बताया कि अब कुछ गतिविधियों और कक्षाओं को फिर से विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया जाएगा, लेकिन छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर कड़े उपाय किए जाएंगे।
विश्वविद्यालय ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों की उपस्थिति केवल तभी होगी, जब वे स्वीकृत स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। सभी छात्रों को कैंपस में प्रवेश के लिए ऑनलाइन स्वास्थ्य प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी, और जो छात्र इस दौरान परिसर में प्रवेश करेंगे, उन्हें संक्रमण से बचाव के उपायों को सख्ती से अपनाना होगा।
कक्षाओं की ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय ने एक सिस्टम तैयार किया है, ताकि कोई छात्र किसी कारणवश कैंपस में उपस्थित नहीं हो पाता तो वह ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सके। इस निर्णय से विश्वविद्यालय के छात्र वर्ग में खुशी की लहर है, क्योंकि उन्हें अब अपनी पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आएगी और वे सुरक्षित रूप से शारीरिक कक्षाओं में भी भाग ले सकेंगे। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय के शिक्षक भी इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं, क्योंकि इससे वे छात्रों के साथ अधिक प्रभावी ढंग से संवाद और शिक्षा दे सकेंगे।