बिहार विधानसभा चुनाव में रोज नए सियासी उलटफेर देखने को मिल रहे हैं। पुराने रिश्तों में दरार दिख रही है तो वहीं नए नाते जुड़ रहे हैं। दरअसल बिहार चुनावों से ठीक पहले प्रदेश की सियासत में उबाल लाने के लिए एक नया मोर्चा तैयार हो चुका है। आरएलएसपी के उपेन्द्र कुशवाहा को अब असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम का साथ हासिल हो गया है। अब बिहार में आरएलएसपी, बीएसपी और जनवादी पार्टी सोशलिस्ट पार्टी के साथ ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक और सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी आ गई हैं। इस गठबंधन को ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट का नाम दिया गया है। सबसे खास बात ये हैं कि इस गठबंधन की तरफ से सीएम उम्मीदवार के लिए उपेंद्र कुशवाहा के नाम की घोषणा की गई है। इसी के फौरन बाद आरएलएसपी ने पहले चरण के लिए नामांकन के अंतिम दिन 42 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर दी।
नया मोर्चा तैयार हुआ है तो सीएम पद के उम्मीदवार बने उपेंद्र कुशवाहा ने विरोधियों पर तीखा वार भी किया। कुशवाहा ने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सत्ता में रहकर खजाना खाली किया।वहीं बीजेपी और जेडीयू पर तंज कसते हुए बोले कि इन दोनों पार्टियों की दोस्ती कैसी है ये सब जानते हैं वो टूट रहे हैं और हमलोग जुड़ रहे हैं।
दरअसल बिहार में अब तीसरा मोर्चा तैयार हो गया है। ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट के नाम से बनाया गया ये गठबंधन चुनाव में क्या कमाल दिखा पाता है इसके लिए अभी नतीजों का इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि असदुद्दीन ओवैसी , उपेंद्र कुशवाहा और मायावती का एक साथ आना दलित-मुस्लिम वोटों को तोड़ने में अहम साबित हो सकता है।
इस मौके पर असदुद्दीन ओवैसी ने भी नीतीश कुमार को निशाने पर लिया। ओवैसी ने कहा कि – हमें खुशी है कि हम इस गठबंधन का हिस्सा हैं। 15 साल नीतीश कुमार, 15 साल आरजेडी सरकार में रही लेकिन बिहार की जनता को कोई फायदा नहीं हुआ। बिहार की जनता इन सरकारों में घुटन में जीती रही हैं।