बिहार चुनाव के बीच आरजेडी के लिए एक अच्छी खबर आई और फिर ये खबर निराशा में भी बदल गई। दरअसल चारा घोटाला से जुड़े चाईबासा केस में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव को बेल मिल गई है। लेकिन इस खबर के साथ पेंच ये भी है कि अभी लालू प्रसाद यादव की रिहाई नहीं हो पाएगी। दरअसल चारा घोटाले से जुड़े दुमका कोषागार केस में सुनवाई पूरी होने तक आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जेल से बाहर नहीं आ सकेंगे। लालू प्रसाद यादव की जमानत अर्जी पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई और उन्हें जमानत मिल सकी।
चारा घोटाले से जुड़े चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के केस में लालू प्रसाद यादव को रांची की सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने 5 वर्ष की सजा सुनाई है। आरजेडी सुप्रीमो की जमानत अर्जी में कहा गया था कि केस में उन्होंने आधी सजा काट ली है और इसी आधार पर लालू को बेल मिल जानी चाहिए।
वहीं इसके बाद कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को 50 हजार रुपये के दो बॉन्ड भरवाकर बेल दी। इसके अलावा कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य से जुड़ी डिटेल्ड रिपोर्ट भी तलब की है। इसके अलावा लालू से अस्पताल में मुलाकात करने वालों की लिस्ट भी कोर्ट ने तलब की है। इसे लेकर अब छह नवंबर को सुनवाई होगी।
दरअसल लालू प्रसाद यादव अगर चुनाव के दौरान जेल से बाहर आ पाते हैं तो ये आरजेडी के लिए चुनावी समीकरण बदलने में खासा अहम होगा। और इससे पार्टी को ना सिर्फ अच्छा खासा फायदा मिल सकता है बल्कि विरोधियों के लिए भी परेशानी खड़ी हो सकती हैं। फिलहाल लालू यादव का रांची के रिम्स अस्पताल में इलाज भी चल रहा है।
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