पाकिस्तान की जमात-ए-इस्लामी पार्टी ने इमरान खान सरकार पर मिनी बजट वापस लेने के लिए दबाव बनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी विरोध आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है। बता दें कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने हाल ही में नेशनल असेंबली में मिनी बजट पास किया है।
खबरों के मुताबिक जमात ए इस्लामी के प्रमुख सिराज उल हक ने कहा है कि इस्लामाबाद में अंतिम धरना देने से पहले जमात-ए-इस्लामी सभी प्रमुख शहरों में धरना देगी। आगे उन्होंने बताया है कि जल्द ही आंदोलन के कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। वही उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर को हटाने की अपील भी की है।
पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई के बीच सिराज ने कहा है कि सरकार को बुनियादी खाने की चीजों की कीमतों में 50 फीसद की कमी करनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि इमरान खान सरकार कीमतें कम नहीं करती है तो सरकार को इस्लामाबाद में लोगों के गुस्से का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
आगे सिराज ने कहा है कि पार्टी का आगामी धरना पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के ताबूत में आखिरी कील होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अन्य विपक्षी पार्टियां जैसे कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज भी देश की इकॉनमी को नाश करने में समान रूप से जिम्मेदार हैं।
बता दे की सिराज ने इमरान सरकार को लताड़ते हुए कहा है कि सरकार ने खाने की चीजों की कीमतों में 100-300 फीसद तक की बढ़ोतरी की है। इसके साथ ही पाकिस्तानी रुपये के घटते वैल्यू पर भी उन्होंने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने मौजूदा आर्थिक संकट को देखते हुए कहा है कि देश के परमाणु कार्यक्रम को पीछे लिया जाना चाहिए।