सेंट्रल डेस्क सिमरन गुप्ता :- राफेल सौदे को लेकर उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को फैसला सुनाते हुए केंद्र सरकार को मिली क्लिनचिट को बरकरार रखा है।जिसके बाद भाजपा राहुल गांध से माफी की मांग कर रही है। फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल को देश सेमाफी मांगनी चाहिए। वहीं शुक्रवार को पार्टी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बाहर राहुल से माफी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शनकरेगी। इसके अलावा शनिवार से भाजपा राफेल फैसले पर राहुल और कांग्रेस पार्टी की टिप्पणी के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शनकरेगी।
बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने 14 राफेल लड़ाकू विमान के सौदे को बरकरार रखते हुए अपने 14 दिसंबर, 2018 को दिए फैसले केखिलाफ दाखिल समीक्षा याचिकाओं को खारिज कर दिया। केंद्र सरकार को राहत देते हुए मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व वाली पीठ ने कहाकि इसकी अलग से जांच करने की जरूरत नहीं है।
अदालत के फैसले के बाद कांग्रेस ने जेपीसी जांच की मांग की है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर राफेल की सुनवाई करने वाली बेंच में शामिलजस्टिस जोसेफ की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि शीर्ष अदालत ने जांच के दरवाजे खोल दिए हैं। अब पूरी गंभीरता से एक जांचशुरू होनी चाहिए। इस घोटाले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाना चाहिए।
राहुल के अलावा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि वह शीर्ष अदालत के फैसले पर जश्नमना रही है, लेकिन यह सेलिब्रेशन नहीं बल्कि इन्वेस्टिगेशन का समय है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय यह साबित करता है किराफेल केस की जांच का रास्ता सुप्रीम कोर्ट ने खोल दिया है।
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