कांग्रेस पार्टी के सांसद शशि थरूर ने तालिबान को लेकर दिया एक बड़ा बयान। उनका कहना है तालिबानियों में दो भारतीय भी शामिल है। दोनों ही भारतीय तालिबानी केरल के बताए जा रहे हैं।
भारत के पूर्व विदेश राज्य मंत्री द्वारा एक वीडियो ट्वीट किया गया है, वीडियो में यह दोनों लोग हाथों में बंदूकें और मलयाली भाषा का प्रयोग करते दिखाई दिए। शशि थरूर ने 15 अगस्त को इस विडियो शेयर करते हुए लिखा कि, ‘इन्हें सुनकर ऐसा लगता है कि वहां दो मलयाली तालिबान भी मौजूद हैं। इनमें से एक ने 8 सेकेंड तक मलयाली में बात की और दूसरा व्यक्ति उसकी बात को समझता दिख रहा है।’
शेयर की गई वीडियो में साफ साफ देखा जा सकता है कि काबुल के बाहरी इलाके में पहुंचने पर तालिबानी सैनिकों की आंखों में खुशी के आंसू हैं। जिसके कुछ समय बाद ही तालिबान ने काबुल पर अपनी हुकूमत जमा ली थी। शशि थरूर ने रमीज नाम के जिस शख्स की ओर से ट्वीट किए गए वीडियो को शेयर किया था, उसकी ओर से ही यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ये केरल के लड़ाके नहीं हैं। रमीज ने लिखा, ‘ये केरल मूल के लड़ाके नहीं दिखते। ये जाबुल प्रांत के बलूच लगते हैं, जो ब्राहवी भाषा बोल रहे हैं। यह भाषा भी द्रविड़ियन परिवार की है और बलूचों की भाषा है। यह तेलुगु, तमिल और मलयालम से मिलती जुलती है।’
रमीज द्वारा की गई पोस्ट को शशि थरूर ने शेयर किया और लिखा, ‘रोचक विश्लेषण। हम इस मामले को भाषाविदों पर ही छोड़ते हैं। लेकिन ऐसा हो सकता है कि ये मिसगाइडेड मलयाली हों, जिन्होंने तालिबान जॉइन कर लिया है। इसलिए इस संभावना को पूरी तरह से खारिज भी नहीं किया जा सकता।’ जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान में कब्जा करने के बाद तालिबानियों की खुशी का ठिकाना नहीं है। एम्यूजमेंट पार्क से लेकर जिम तक के उनके वीडियो सामने आए हैं, जिसमें वे एंजॉय करते दिखे हैं।