बिहार में नई सरकार के गठन की तैयारी पूरी हो चुकी है। कल नीतीश कुमार एक बार फिर सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। लेकिन इस बीच डिप्टी सीएम के नाम पर अभी तक कोई स्थिति साफ नहीं हो सकी है। माना जा रहा है इस बार दो नए चेहरों तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को डिप्टी सीएम के तौर पर मौका मिल सकता है। वहीं सुशील कुमार मोदी को लेकर भी कई तरह के कयासों की चर्चा गरम है।
इन तमाम सुर्खियों के बीच बिहार के डिप्टी सीएम रहे सुशील कुमार मोदी की प्रतक्रिया भी सामने आई है। इसे लेकर सुशील मोदी ने ट्वीट कर दावा किया है कि उनसे कार्यकर्ता का पद तो कोई नहीं छीन सकता। दरअसल आज पटना में हुई एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में सुशील कुमार मोदी ने जो कुछ भी कहा उसे विदाई भाषण माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है, नेता प्रतिपक्ष बनाया, उप मुख्यमंत्री बनाया विधानमंडल दल का नेता बनाया, लेकिन इस बार मैं चाहता हूं कि कोई चुना हुआ विधायक ही विधानमंडल दल का नेता हो। जबकि खुद सुशील कुमार मोदी ने ही तार किशोर प्रसाद का नाम विधानमंडल दल के नेता के रूप में प्रस्तावित किया, जिस पर प्रेम कुमार और नंदकिशोर यादव ने समर्थन किया।
वहीं इस बैठक के बाद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया कि बीजेपी और संघ परिवार ने मुझे 40 वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया कि शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा। आगे भी जो ज़िम्मेदारी मिलेगी उसका निर्वहन करूंगा। कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।
साफ है कि सुशील कुमार मोदी को बीजेपी की तरफ से कोई नई जिम्मेदारी मिलने की प्रबल संभावना है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी सुशील कुमार मोदी को राज्यसभा भेजकर केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है। साफ है कि इस बदलाव के बाद बिहार सरकार में मंत्रिमंडल के अंदर नए चेहरों की एंट्री की संभावना बढ़ चुकी है।