फ़्रांस के खूबसूरत ओलरिन द्वीप का एक मामला वंहा कि सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। यह मामला दरसल एक मुर्गे की बांग को लेकर शुरू हुआ था। बाद में इस मामले ने इस तरह का तूल पकड़ा कि मामला वंहा की अदालती लड़ाई में कोर्ट तक पहुंच गया, इसके चलते लोगो ने भावनातमक तौर पर इस मामले के समर्थन में खड़े हो गये। खबर के मुताबिक फ़्रांस की ओलरिन द्वीप में रहने वाली एक मॉरिस नाम की महिला ने मुर्गा पाल रखा ह , और इस मुर्गे की बांग से तंग आकर एक बुजुर्ग ने अदालत में गुहार लगा दी। इनका आरोप है, कि रोजाना मुर्गे की आवाज़ से इनकी नींद खराब हो जाती है, इससे उनके साथ-साथ और लोगो को भी परेशानी होती है। वही दूसरी ओर इसके विपक्ष में मुर्गे की मालकिन ने दलील दी है, वो सैंड-पियरे डी- ऑलेरॉन गांव में रहती है, जंहा ऐसा होना सामान्य है।
अब यह मामला अदालती लड़ाई में वंहा की राष्ट्रीय स्वाभिमान और भावनातमक मुद्दे से जुड़ चुका है। चूँकि मुर्गा फ़्रांस के राष्ट्रीय प्रतीकों में से एक है, लिहाजा कुछ लोग इस मामले में मुर्गा और उसकीं मालकिन के साथ खड़े हो गए है। मुर्गे की मालकिन की दलील है,वे अपने मुर्गे को शेड में रखती है,और उसकी लाइट बुझा देती है। ताकि अँधेरे के चलते मुर्गा बांग न दे सके। सोशल मीडिया पर कई दिनों से यह खबर सुर्खियों में चल रही है ,लोगो की कई तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है।