महिलाओं में हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ रहा है हाइपरटेंशन का कनेक्शन आर्टिरियल्स नाम की धमनियों से है शरीर में ये धमनियां ब्लड फ्लो को रेगुलेट करने का कार्य करती हैं इसके अलावा जब ये पतली हो जाती है तो इंसान का हृदय खून को पंप करने के लिए अधिक मशक्कत करता है और यहीं से ब्लड प्रेशर की दिक्कत खड़ी होती है
बता दें कि हाइपरटेंशन का मुख्य कारण स्ट्रेस और अनियंत्रित खानपान होता है, जो वैसे तो किसी भी व्यक्ति का हो सकता है। लेकिन आमतौर पर घर से दूर रहने वालों में यह अधिक देखा गया है।
हाइपरटेंशन को ही उच्च रक्तचाप व हाई बीपी की समस्या कहते है, जिसमें धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है। और इस दबाव की वृद्धि से रक्त की धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाए रखने के लिए दिल को अधिक काम करने की जरूरत पड़ती है।
हेल्थ गाइडलाइन्स के मुताबिक 130/80 mmHg से अधिक रक्त का दबाव होने पर व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आ जाता है। वैसे तो हाई ब्लड प्रेशर शरीर के किसी अंग को कभी भी प्रभावित कर सकता है, लेकिन इससे सबसे ज्यादा नुकसान हृदय को होता है।
अब जानते हैं हाइपरटेंशन के कुछ साधारण लक्षण-
अत्यधिक गुस्सा करना
नॉनवेज का अधिक सेवन
तैलीय पदार्थों और अस्वस्थ भोजन का सेवन
हाइपरटेंशन व उच्च रक्तचाप होने की स्थिति में व्यक्ति को शुरुआत में सिर के पीछे और गर्दन में दर्द रह सकता है।
हाइपरटेंशन के रोगी को सांस लेने में दिक्कत होती है।
रक्तचाप बढ़ने पर व्यक्ति को धुंधला दिखने के साथ पेशाब के साथ खून निकलने की भी समस्या हो सकती है।
उच्च रक्तचाप होने पर सिर चकराना, थकान और सुस्ती जैसे लक्षणों की भी शिकायत हो सकती है।
कई बार रात में नींद न आने के साथ दिल की धड़कनों के बढ़ जाने की भी समस्या होती है।