सेंट्रल डेस्क: प्राची जैन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने साफ और कड़े लहजे में महाराष्ट्र में अपनी सहयोगी भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा है, “लोकसभा चुनाव में अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ जो तय हुआ था, उससे न कम और नहीं ज्यादा चाहिए।” उससे एक कण भी अधिक मुझे नहीं चाहिए। हालांकि, शिवसेना ने उप मुख्यमंत्री पद पर अभी पत्ते नहीं खोले हैं।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भाजपा और शिवसेना में फंसे पेच के बीच मातोश्री में नव निर्वाचित विधायकों की बैठक के बाद शिवसेना के प्रताप सरनाईक ने कहा कि हमारी सबसे पहली मांग मुख्यमंत्री पद की है। उपमुख्यमंत्री पद हमारे लिए बाद का विषय है। उन्होंने कहा कि चुनाव में सीट बंटवारे में किन्हीं कारणों से 50-50 फार्मूला लागू नहीं हो पाया था लेकिन सत्ता के बंटवारे में ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री की बात भाजपा को हर हाल में माननी होगी।
बताया जा रहा है कि दोनों दलों के नेता दिवाली के बाद इस बारे में मिलेंगे। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता राव साहेब दानवे ने कहा है कि भाजपा-शिवसेना ने सरकार बनाने की बात दिवाली के बाद करने का फैसला किया है। इस मुद्दे पर केवल उद्धव और अमित शाह मिलकर निर्णय लेंगे। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, राकांपा को 54, कांग्रेस को 44 और अन्य को 29 सीटें मिली हैं।
तब भाजपा ने रखी थी 50-50 की शर्त
सत्ता में 50-50 का फॉर्मूला नया नहीं है। 1999 में भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ने यह फॉर्मूला शिवसेना को दिया था, मगर तब शिवसेना राजी नहीं हुई थी। ऐसे में गठबंधन सरकार नहीं बन पाई थी। इस बार 50-50 की यह शर्त शिवसेना की ओर से रखी गई है और अब भाजपा इस पर सहमत नहीं दिख रही है।
‘गेंद अब भाजपा के पाले में है’
वहीं, शिवसेना के लिए विकल्प खुले रखने की बात कहने वाले कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वाडेत्तिवार ने कहा, गेंद भाजपा के पाले में है। शिवसेना को फैसला लेना है कि क्या वह अपना पांच साल का सीएम चाहती है या ढाई साल के सीएम की मांग पर भाजपा की प्रतिक्रिया का इंतजार करेगी। अगर सेना हमें कोई प्रस्ताव देती है तो हम उस पर अपने आलाकमान के साथ बात करेंगे।
एनसीपी बोली हम विपक्ष में बैठेंगे
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि उनकी पार्टी के सामने महाराष्ट्र में सरकार गठन करने का विकल्प नहीं है, लिहाजा वे जनादेश के मुताबिक विपक्ष में बैठेंगे। सरकार गठन करने के लिए शिवसेना का समर्थन करने के सवाल पर पवार ने कहा, हमारे पास ऐसा कोई विकल्प नहीं है। लोगों ने हमें विपक्ष में बैठने का आदेश दिया है। हम जनादेश को स्वीकार करते हैं।
एनसीपी प्रमुख ने शनिवार को बारामती में अपने निवास पर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख बाला साहेब थोराट से मुलाकात की। इस दौरान एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और कर्जत जामखेड़ से विधायक बने रोहित पवार भी मौजूद रहे। वहीं, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने साफ किया है कि वह शिवसेना के साथ जाने के बजाय विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे।