ज्योति की खबर
कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी की ओर से हिन्दुस्तान एयरोनॉक्टि्स लिमिटिड (एचएएल) से एक लाख करोड़ रुपये की खरीद को लेकर रक्षा मंत्री पर ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाने के कुछ घंटों बाद रक्षा मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष मुद्दे को पूरी तरह समझे बगैर ही देश को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने राहुल को जवाब देते हुए एचएएल से डील से दस्तावेज भी दिए.
सीतारमण के दफ्तर ने ट्वीट कर कहा कि गांधी को ‘ए बी सी से शुरू करना’ चाहिए और टिप्पणी करने से पहले पूरी रिपोर्ट पढ़ने की सलाह दी. रक्षा मंत्री के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘‘यह शर्म की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष देश को गुमराह कर रहे हैं. एचएएल ने (2014 से 2018 के बीच) 26,570.8 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं और 73,000 करोड़ रुपये के अनुबंधों पर हस्ताक्षर होने हैं. क्या राहुल गांधी सदन में देश से माफी मांगेंगे?”
इससे पहले राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री पर यह आरोप तब लगाया था जब एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि ‘एचएएल के पास एक लाख करोड़ रुपये में से एक भी रुपया नहीं आया है. दावे के विपरीत अब तक एक भी ऑर्डर पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं. सीतारमण के दावे पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि यदि सीतारमण संसद में अपने इस दावे की पुष्टि करने में विफल रहती हैं कि एचएएल को एक लाख करोड़ रुपये के अनुबंध दिये गये तो कांग्रेस उनके इस्तीफे के लिए दबाव बनाएगी. उन्होंने कहा कि यदि सरकार दावा कर रही है कि उसने एचएएल को करोड़ों रुपये के अनुबंध दिये तो उसे अपने कर्मचारियों को भुगतान करने के लिए उधार क्यों लेना पड़ा.