सेंट्रल डेस्क: प्राची जैन :- सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की तैयारी चल रही है। चंडीगढ़ में सेक्टर-42 स्थित न्यू लेक पर जगमग रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। लेक के चारों तरफ लड़ियां लगाने का काम एक-दो दिनों में शुरू हो जाएगा। खरना की रात तक लड़ियां लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। लेक की सफाई कर दी गई है। दो ट्यूबवेलों से न्यू लेक में पानी भरने का काम शुरू हो चुका है। पहले गंदा पानी निकालकर लेक की सफाई की गई। भारी संख्या में लेक पर लोगों के पहुंचने को देखते हुए दो और चार पहिया वाहन की पार्किंग का इंतजाम किया गया है।
व्रती पहले सुखना लेक पर छठ पूजा के लिए जाते थे। सुखना लेक में प्रशासन की ओर से छठ पूजा की मनाही के बाद प्रशासन ने 2008 में न्यू लेक का निर्माण किया। छठ पूजा का आयोजन पूर्वांचल वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से किया जाता है। पूर्वांचल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान डीके सिंह ने बताया कि हजारों व्रती सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचेंगे। 2 नवंबर को ढलते सूर्य और 3 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। न्यू लेक पर 13 घाट बने हैं। चारों तरफ सीढ़ियां बनाई गई हैं।
31 को नहाय खाय के साथ शुरू होगा महापर्व
छठ महापर्व नहाय खाय के साथ 31 अक्तूबर से शुरू होगा। व्रती सुबह स्नान कर शुद्ध मन से चावल, चने की दाल और लौकी की सब्जी बनाकर भगवान का भोग लगाकर ग्रहण करेंगे। इसमें सेधा नमक का प्रयोग किया जाता है। छठ पूजा समितियों की ओर से कृत्रिम सरोवर बनाए जाएंगे। गांव रायपुर, बहलाना, हल्लोमाजरा, मलोया, रामदरबार सहित अन्य भागों में छठ पूजा का आयोजन होगा। एक नवंबर को खरना होगा। इसमें पूरा दिन बिना अन्न-जल ग्रहण किए शाम में खीर व फलों का प्रसाद ग्रहण करेंगी। खरना के बाद व्रती 24 घंटे का अखंड उपवास करती हैं।