पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले सियासत ना सिर्फ सक्रिय हो चुकी है बल्कि तल्खी का स्तर भी खासा बढ़ चुका है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इसी हफ्ते के आखिर में फिर से बंगाल का दौरा करने जा रहे हैं। अमित शाह के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की भी सख्त तैयारी की जा रही हैं। दौरे से पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने पश्चिम बंगाल पुलिस प्रमुख को स्थानीय पुलिस से सहयोग देने की मांग की है। सीआरपीएफ ने बंगाल के पुलिस मुखिया को अमित शाह के दौरे की तैयारियों को लेकर पत्र लिखा है। दरअसल कुछ ही दिनों पहले बंगाल दौरे के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला हुआ था। जिसके बाद सुरक्षा को लेकर सख्ती को बढ़ाने का फैसला किया गया है।
दरअसल जेपी नड्डा समेत तमाम वीवीआईपी लोगों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ के पास है। ऐसे में स्थानीय क्षेत्रों में दौरे के दौरान स्थानीय पुलिस का सहयोग बेहद जरूरी है। इसी को लेकर 19-20 दिसंबर को अमित शाह के दौरे को लेकर स्थानीय पुलिस को सुरक्षाकर्मियों की उचित व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ ने नड्डा के काफिले पर हमले का जिक्र करते हुए साफ साफ कहा है कि नड्डा पर हमले की घटनाओं के दौरान, पर्याप्त पुलिस तैनाती नहीं की गई थी। जो परेशानी की वजह बना था।
इसके अलावा सीआरपीएफ ने 9 दिसंबर और 10 दिसंबर को हुई घटनाओं को लेकर भी लिखा है। कोलकाता में बीजेपी पश्चिम बंगाल चुनाव कार्यालय में नड्डा की यात्रा के दौरान उपद्रवियों ने काले झंडे दिखाए थे। अगले दिन जब नड्डा का काफिला सरिसा, डायमंड हार्बर से गुजर रहा था, तो उपद्रवियों ने पथराव किया और कैलाश विजयवर्गीय सहित पार्टी के कई नेता घायल हुए थे।
अब साफ है कि गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान प्रशासन भी कोई चूक नहीं रखना चाहता है। सुरक्षा ना सिर्फ खासी कड़ी की जा रही है बल्कि स्थानीय पुलिस को भी उसकी जिम्मेदारी को लेकर अलर्ट कर दिया गया है।