आज के वक्त में महिलाएं ना सिर्फ शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में झंडे गाड़ रही हैं बल्कि तकनीक की दुनिया से लेकर सेनाओं और अंतरिक्ष तक महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। देश में महिलाओं को हर क्षेत्र में ना सिर्फ नए मौके दिए जा रहे हैं बल्कि नारी सशक्तिकरण का ये अभियान लगातार तेज होता जा रहा है। ऐसी ही एक मुहिम की शुरुआत हुई है देश की रेल सेवाओं में। वेस्टर्न रेलवे में पहली बार एक मालगाड़ी को केवल महिलाओं के क्रू ने चलाकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। महिलाओं का ये क्रू एक फुल फ्लेज्ड मालगाड़ी को महाराष्ट्र के वसई स्टेशन से लेकर गुजरात के वड़ोदरा पहुंचा। वेस्टर्न रेलवे की इस महिला टीम की अब चारों तरफ सराहना हो रही है।
महिला क्रू की इस उपलब्धि को लेकर वेस्टर्न रेलवे की तरफ से कहा गया कि 5 जनवरी को मुंबई के वसई रोड स्टेशन से गुजरात के वडोदरा तक इस ट्रेन के सफर को सिर्फ महिला क्रू के साथ पूरा करते हुए इतिहास रचा गया है। इस उपलब्धि के साथ ही साफ हो गया है कि ऐसा कोई काम नहीं है जिसे महिलाएं बखूबी पूरा ना कर सकें।
इसके अलावा केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी वेस्टर्न रेलवे की इस महिला टीम की जमकर तारीफ की है। रेल मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के वसई रोड से गुजरात के वड़ोदरा तक एक मालगाड़ी का सफलतापूर्वक संचालन करते हुए इस फीमेल क्रू ने महिला सशक्तिकरण की शानदार मिसाल पेश की। महिलाओं ने ट्रेन लोको पायलट से लेकर गार्ड तक हर जिम्मेदारी बखूबी निभाई है।
वहीं महिला क्रू के इस मिशन को लेकर वेस्टर्न रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर पूरी मुहिम की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि लंबी दूरी की यात्रा, कठिनाइयों भरा काम और इसी वजह से इन महिलाओं ने इस टास्क को चुना और बखूबी पूरा भी किया। ये एक गेम चेंजर साबित होने के साथ ही रेलवे के साथ काम कर रही बाकी महिलाओं के कठिन कामों में भागीदारी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।