बिहार विधानसभा चुनाव हाल ही में समाप्त हुई है, लेकिन राजनीति अभी भी जारी है। आपको बता दें बिहार की राजनीति में अब डोनाल्ड ट्रम्प की एंट्री भी हो गई है। आपको बता दें अमेरिका में हुए बवाल के बाद डोनाल्ड ट्रम्प की किरकिरी पूरी दुनिया मे हो रही है। इसी के चलते बिहार की राजनीति में भी ट्रम्प के उदाहरण के साथ तंज पेश किए जा रहे है। दरअसल बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने इशारों इशारों में तेजस्वी यादव पर तंज कसा दिया
क्या कहा सुशील कुमार मोदी ने …..
आपने सिलसिलेवार ट्वीट में सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, महागठबंधन को दूसरों को तोड़ने के बजाय अपना घर बचाने की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, जब लालू प्रसाद विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में जोड़तोड़ नहीं करा पाये और नीतीश कुमार को पैकेज ऑफर देने की चाल भी विफल हो गई, तब पार्टी ने जदयू से दोस्ती की गुंजाइश खत्म करने का एलान ऐसे किया, मानो अंगूर खट्टे हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि, वे अपने दुराग्रहपूर्ण अनुमान से ज्यादा सीट पाने वाले दल की उपलब्धि को ” चुनाव आयोग की कृपा ” बता कर एक संवैधानिक संस्था की छवि बिगाड़ रहे हैं। नया साल मनाकर बिहार लौटे राजद के राजकुमार को न जनादेश पर विश्वास है, न चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर, वे विपक्ष में बैठने को तैयार नहीं इसलिए बार-बार मध्यावधि चुनाव का हौव्वा खड़ा कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि, यदि उनका वश चलता, तो ईवीएम से “लालू का जिन्न” न निकलने पर वे लाठी में तेल पिलाने वाले अपने समर्थकों को उकसा कर ट्रम्प के समान विधानमंडल भवन पर उत्पात मचा सकते थे। तब सत्ता के जरिये बेनामी सम्पत्तियां बनाने वालों के इरादों पर पानी फिर गया। मुख्य विपक्षी दल ने नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार लोकतंत्र में अपनी अनास्था ही प्रकट की थी।
उन्होंने कहा कि, विधानसभा चुनाव के परिणाम को गलत ढंग से प्रभावित करने के लिए कांग्रेस-राजद ने मीडिया के एक वर्ग में एक्जिट पोल के नाम पर पहले महागठबंधन की जीत का परसेप्शन बनवाया, लेकिन जब वास्तविक परिणाम उनके मनोनुकूल नहीं आये और स्पष्ट बहुमत के साथ एनडीए की सरकार लौटी,