पटना से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है,बताया जा रहा है कि सिटी के मेहंदीगंज थाना क्षेत्र में बेटा अपनी पत्नी के साथ मां के ब्रह्मभोज में शामिल होने के लिए आया ,तो पिता और उसके सगे भाईयों ने घर में घुसने से मन कर दिया।वहीं विरोध करने पर पिता और सगे भाई ने इस दंपति से मारपीट करना शुरू कर दिया।तभी पड़ोसियों ने समझाने की कोशिश की लेकिन परिवार के सदस्य नहीं माने।जिसके बाद पीड़ित बेटे और बहू ने पूरे मामले की सुचना पुलिस को दी।इसके बाद पुलिस ने भी मौके पर पहुंच कर पिता और भाइयों को समझाने की लाख कोशिश की,लेकिन रिटायर्ड शिक्षक विनोद प्रसाद ने पुलिस की एक नहीं सुनी। मौके पर मौजूद मेहंदी गंज थाने के पुलिस अधिकारी उमाशंकर राम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बहू द्वारा दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज किए जाने के कारण ही ससुर अपने बेटे और बहू को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं.
आपको बता दें कि मेहंदीगंज निवासी रिटायर्ड शिक्षक विनोद प्रसाद की पत्नी के निधन पर ब्रह्म भोज का आयोजन था।जिसमे शामिल होने के लिए उनके बेटे अनिल कुमार और बहू सोनी देवी अपने घर पहुंचे थे,लेकिन अपने बेटे और बहू को ब्रह्म भोज में भाग नहीं लेने दिया गया।इस मामले में अनिल कुमार की पत्नी सोनी देवी ने अपने ससुर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज किया था,यह मामला कोर्ट में लंबित है।बता दें कि अनिल कुमार अपनी पत्नी सोनी देवी के साथ बाहर रहता है और जैसे ही उन्हें अपनी मां के ख़तम होने की खबर मिली तो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ वो घर तो पहुंचे लेकिन पिता और भाई ने उन्हें घर के अंदर घुसने नहीं दिया।
इस मामले में पीड़ित अनिल ने बताया कि उसके पिता विनोद प्रसाद उन पर अक्सर पत्नी को छोड़ देने का दबाव बनाते हैं,जिसे वे मानने को तैयार नहीं हैं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि 9 साल पहले पिता की सहमति से ही उनकी शादी हुई थी,और उसके बाद उनके तीन बच्चे हैं,पिता की बात को मानना उनके लिए संभव नहीं है।मामले में पुलिस अधिकारी उमाशंकर राम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि बहू द्वारा दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज किए जाने के चलते ही ससुर अपने बेटे और बहू को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।फिलहाल पुलिस अधिकारी ने पीड़ित के लिखित आवेदन पर न्याय संगत कार्रवाई किए जाने का भी भरोसा दिलाया है।