देश के अलग-अलग हिस्सों में गणेश जी को अलग-अलग रूप में पूजा जाता है।सारे भगवान में गणेश जी को सर्वप्रथम माना गया है। भारत मैं भगवान गणेश को समर्पित कई मंदिर बनाए गए हैं।
हैरानी वाली बात यह है कि गणेश जी की सबसे ऊंची मूर्ति भारत में नहीं है बल्कि विदेश में है। थाईलैंड नामक राज्य में गणेश जी की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई गई है।आइए जानते हैं इसके बारे में -:
गणेश जी की सबसे ऊंची मूर्ति थाईलैंड के ख्लॉंग ख्वेन शहर के एक इंटरनेशनल पार्क में स्थित है। इस शहर को चचोएंगसाओ और ‘सिटी ऑफ गणेश’ के नाम से भी जाना जाता है। गणेश जी की प्रतिमा 39 मीटर ऊंची है और इसे कांस्य धातु से बनाया गया है। गणेश जी की यह मूर्ति साल 2012 में बनकर तैयार हुई थी। इस मूर्ति को कांसे के 854 अलग-अलग हिस्सों से मिला कर बनाया गया है। इस मूर्ति को थाईलैंड की राजकुमारी द्वारा स्थापित करवाया गया था।
मूर्ति की बनावट थोड़ी अलग तरीके से की गई है जैसे कि गणेश जी के हाथों में चार पवित्र स्थलों को दिखाया गया है जिसमें आम गन्ना कटहल और केला शामिल है। उनके सिर पर कमल का फूल और बीच में ओम लिखा गया है। गणेश जी के पैरों में चूहा बैठा हुआ है और नेट पर सांप लपेटा गया है और सूंड़ में लड्डू रखा गया है।बता दें कि जो फल गणेश जी के हाथों में दिखाए गए हैं वह थाईलैंड में अच्छे कार्यो में इस्तेमाल किए जाते हैं।
थाईलैंड में गणेश जी को भाग्य और सफलता की मूरत माना गया है इसलिए वहां के लोग गणेश जी की पूजा प्रतिदिन पूरे रीति-रिवाज के साथ करते हैं।थाईलैंड में एक फ्रांग अकात नामक मंदिर है जहां पर गणेश जी की 49 मीटर ऊंची प्रतिमा बनाई गई है। इस मूर्ति की खास और अलग बात यह है कि इसमें गणेश जी को बैठा हुआ दिखाया गया है। वहीं थाईलैंड के समन वत्ता नरम मंदिर में गणेश जी की 16 मीटर ऊंची प्रतिमा है।