आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बीजेपी को एक और बड़ा झटका लगा है।बता दें कि योगी सरकार के श्रममंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है और सपा में शामिल हो गए है।सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से उन्होंने मुलाकात भी की और तस्वीर भी शेयर की है।सपा सुप्रीमो अखिलेश ने मौर्य का स्वागत करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा,बाइस में बदलाव होगा।बता दें कि तिलहर से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं और इसके अलावा बांदा की तिंदवारी सीट से BJP विधायक ब्रजेश प्रजापति तथा बिल्हौर से BJP MLA भगवती सागर ने भी इस्तीफा दे दिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लिखा पत्र
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखा ,जिसमे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है, किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।
अखिलेश यादव ने मौर्य का किया स्वागत
वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य का स्वागत करते हुए ट्वीट में कहा कि सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा।
मायावती की पार्टी छोड़ भाजपा में हुए थे शामिल
आपको बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य 2016 में मायावती की पार्टी बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।उस दौरान मौर्य को बीएसपी सुप्रीमो मायावती के करीबी नेताओं में गिना जाता था।स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य बंदायू से बीजेपी की सांसद हैं।मौर्य ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और कई बार विधायक रह चुके हैं।