चीन पर नज़र रखने के लिए 2021 में खरीदे गए उच्च ऊंचाई वाले सामरिक ड्रोन के बढ़िया प्रदर्शन के बाद भारतीय सेना और ऐसे ड्रोन खरीदने को तैयार है। जिसे लेकर सेना ने एक भारतीय स्टार्टअप को आर्डर दे दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक हायर एंड्यूरेंस और टेक्निकल फीचर्स के साथ स्विच सामरिक ड्रोन्स सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक पिछले साल जनवरी में मुंबई स्थित फर्म से खुफिया, निगरानी और टोही के लिए ड्रोन के पूरे सेट की डिलीवरी पूरी हो चुकी है। और लद्दाख में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है, जहां भारत और चीन के करीब दो साल से गतिरोध जारी है।
बता दे की सेना ने सामरिक ड्रोन के अलावा बड़े मानव रहित हवाई वाहनों को लाकर भी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर निगरानी भी बढ़ा दी है। वही भारतीय सेना सैटेलाइट के जरिए भी निगरानी कर रही है हालांकि सेना ने पिछले साल पहली बार निगरानी के लिए विशेष स्वदेशी ड्रोन शामिल किए थे।
इसके अलावा नए आर्डर में कितने ड्रोन आर्डर किए गए हैं और इसकी क्या कीमत है, यह अभी साफ पता नहीं चल पाया है। हालांकि आइडियाफोर्ज के सीईओ अंकित मेहता ने नए ऑर्डर की पुष्टि की है। वही 2021 में हाई वैल्यू वाले ड्रोन को 140 करोड़ रुपये में खरीदा गया था। साथ ही नवंबर 2021 में पीएम नरेंद्र मोदी ने औपचारिक रूप से भारतीय सेना को स्विच ड्रोन्स सौंपे थे।
बता दे की इन स्विच ड्रोन का वजन करीब 6.5 किलो का होता है। और यह हेलीकॉप्टर की तरह वर्टिकल टेक-ऑफ करने में सक्षम है। यह ड्रोन कम तापमान, तेज हवाओं और हवा के कम घनत्व के साथ उच्च ऊंचाई पर भी दो घंटे तक उड़ सकता है।इसके अलावा इस ड्रोन को कहीं भी तैनात किया जा सकता है। जो 15 किलोमीटर तक निगरानी करने में सक्षम है। वही 4000 मीटर की ऊंचाई तक से लॉन्च किया जा सकता है।