केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal)
ने मंगलवार को बॉम्बे चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की 187वीं वार्षिक बैठक को संबोधित किया। गोयल ने कहा कि भारत विश्व अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख खिलाड़ी और विश्वसनीय भागीदारों के बीच लचीली आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा बनाने में भारतीय उद्योगों और हितधारकों की भूमिका की सराहना की है।
गोयल(Piyush Goyal) ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ का लक्ष्य दरवाजे बंद करना नहीं है, बल्कि भारत को अधिक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए दुनिया के लिए खोलना और इसे वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं का हिस्सा बनाना है। गोयल ने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ने के लिए भारत के प्रतिस्पर्धी और तुलनात्मक लाभों का फायदा उठाना होगा और मुक्त व्यापार समझौतों के लिए चल रही बातचीत में इस पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
उन्होंने(Piyush Goyal) निवेश को आकर्षित करने और कारोबार को और आसान बनाने जैसे उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाएं, अनुसंधान एवं विकास और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना, कॉर्पोरेट अपराधों को कम करने के प्रयास, अनुपालन घटाना, लॉजिस्टिक्स पर ध्यान देना, अंतिम-मील कनेक्टिविटी आदि उपायों का उल्लेख किया।
गोयल(Piyush Goyal) ने कहा कि अब समय आ गया है कि परिमाणमूलक, जनसांख्यिकीय लाभांश, सरकार और उद्योग की साझेदारी, गुणवत्ता तथा दक्षता, स्थिरता एवं नवाचार की अर्थव्यवस्थाओं में भारत की बढ़त का लाभ उठाया जाए। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए 4एल- भूमि, श्रम, तरलता और कानून तथा पांच स्तंभों- अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, प्रणाली, जीवंत जनसांख्यिकी और मांग पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
इसके अलावा चंद्रयान-3 की उपलब्धि को बताते हुए गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि दुनिया अब भारत को एक उभरती हुई महाशक्ति के रूप में पहचानती है। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। चंद्रमा की सतह पर इसका सफलतापूर्वक उतरना भारत को चंद्रमा पर अपना अंतरिक्ष यान उतारने वाला दुनिया का चौथा देश बना देगी। उन्होंने अंतरिक्ष में निजी क्षेत्र की भागीदारी की सराहना की क्योंकि यह भविष्य के लिए तीव्र और महत्वपूर्ण प्रगति का संकेत है।