युवा समाजसेवी व बेगूसराय में बिहार का सबसे उंचा तिरंगा लगाने की लडाई लड रहे अजय कुमार ने सोमवार को देश की सुरक्षा में खुद को न्यौछावर कर देने वाले बेगूसराय के लाल पिन्टू कुमार सिंह के परिजनों से मुलाकात की.
अजय कुमार सोमवार को दिल्ली से शहीद जवान पिन्टू कुमार सिंह के बखरी प्रखंड स्थित ध्यानचकी गांव पहुंचे. उनके साथ काफी संख्या में अन्य लोग भी पहुंचे थे. अजय कुमार ने शहीद पिन्टू कुमार के पिता चक्रधर प्रसाद सिंह, शहीद की पत्नी अंजू सिंह और 5 साल की बेटी आरोही से मिलकर उन्हें ढाढंस बंधाया और हरसंभव मंदद करने की बात कही. उन्होंने कहाकि शहीद पिन्टू कुमार ने देश सेवा में अपने प्राणों की बाजी लगा दी. ऐसे वीर सेनानी के माता पिता को नमन करता हूं और आप सभी की सेवा में हर समय तत्पर रहूंगा. शहीद के परिजनों ने अजय कुमार से अपना दुख दर्द साझा किया. कुछ देर के लिए माहौल गमगीन हो उठा और शहीद पिन्टू सिंह अमर रहे, भारत माता की जय का उदघोष भी हुआ.
गौरतलब है कि बखरी प्रखंड के ध्यानचकी निवासी पिन्टू कुमार दो दिन पूर्व देश की रक्षा करते हुए सीमा पर शहीद हो गए थे. घरवालों की कुशल क्षेम पूछने के लिए अजय कुमार अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे और उन्होंने उनके परिजनों से मुलाकात की. उनके साथ रत्नाकर सिंह, प्रियम रंजन, कौशल किशोर सिंह, विकास गौतम, पंकज, मत्युजंय कुमार, ब्रजेश, सौरभ कुमार, रोशन, अनिल विश्वकर्मा, धर्मवीर कर्मा, आनंद शर्मा समेत तमाम लोग मौजूद रहे.
विदित हो कि यह वही अजय कुमार हैं जिन्होंने बेगूसराय की धरती पर बिहार का सबसे उंचा तिरंगा लगाने का अभियान छेड रखा है. अजय कुमार ने वीरों की धरती पर न केवल बिहार का सबसे उंचा तिरंगा लगाने के लिए प्रयासरत हैं, बल्कि उन्होंने आजादी से अब तक बेगूसराय के शहीदों व वीरों के नाम का शिलालेख बनवाने का भी प्रस्ताव रखा है और इसके लिए जिला प्रशासन से जगह उपलब्ध कराने की मांग की है, जिस पर अभी प्रशासनिक स्तर पर मामला विचाराधीन है. अजय कुमार ने इसके लिए राज्यपाल उप मुख्यमंती को भी खत लिखकर इसकी मांग की है. इतना ही नहीं अभी तक उनके इस अभियान में 5000 से अधिक लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं.